DHARM: मां चैती दुर्गा मंदिरों में 02 अप्रैल से शुरू होने वाले चैती दुर्गा पूजा की तैयारी जोर- शोर से चल रही है। हर साल चार बार होती है मां जगतजननी पूजा लेकिन आश्विन के बाद चैत की पूजा काफी महत्वपूर्ण है। इस साल नवरात्रा 02 अप्रैल को कलश स्थापन के साथ शुरू हो रही है और 11 को मां की विदाई के साथ इसका समापन होगा। इस साल 9 दिन में से 6 दिन शुभ योग बन रहा है। नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि के अलावा 3, 5, 6, 9 और 10 अप्रैल भी सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। वहीं इस योग में व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। चैत्र नवरात्रा का खास महत्व है।


घोड़े पर सवार होकर आयेगी मां दुर्गा

मान्यता है कि हर नवरात्रि पर मां दुर्गा अलग- अलग वाहनों पर सवार होकर आती हैं और विदाई के वक्त मां का वाहन अलग होता है। पुरानों के अनुसार मां दुर्गा का आगमन आने वाले भविष्य की घटनाओं के बारे में संकेत है। इस चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएंगी।

दिन के अनुसार मां का आगमन

अगर नवरात्रि की शुरूआत मंगलवार या शनिवार से होती है तो देवी घोड़े पर आती है। वहीं अगर नवरात्रि के शुरूआत गुरूवार या शुक्रवार के दिन से शुरू होता है तो मां डोली की सवारी करते आती है और वहीं अगर नवरात्रि की शुरूआत रविवार या सोमवार से होती है तो मां दुर्गा हाथी पर आती है।

कलश स्थापन प्रतिपदा तिथि को समय 06 बजकर 12 मिनट से 08 बजकर 28 मिनट के बीच होगा।