Madhubani: झंझारपुर- लौकहा बाजार रेलखंड 23 मई 2017 को मेगा ब्लॉक होने के बाद इस रेलखंड पर पूर्ण रूप से रेल का परिचालन बंद हो गया। नेपाल सीमा से सटे होने के कारण इस रेलखंड का अपना एक अलग ही महत्व है। इस रेल खंड पर पांच स्टेशन और चार हॉल्ट है। 1974 में इस रेलखंड का शिलान्या हुआ 1976 में झंझारपुर से लौकहा बाजार तक प्रतिदिन लगभग 05 जोरी ट्रेनों को परिचालन होने लगा और इसी के साथ इस रेलखंड पर मीटरगेज की उम्र 41 साल रही। अब मीटर गेज को हटाकर बड़ी गेज में बदला जा रहा है। बड़ी रेल गाड़िया इस रेल खंड पर परिचालन होने से हर वर्ग के लेाग अपने नजदीकी रेलवे स्टेशनों से लम्बी दूरी की यात्रा तय कर सकेंगे। 

विडियो देखें- झंझारपुर लौकहा रेलखंड वाचस्पति नगर रेलवे स्टेशन पुनर्निर्माण के कामों में आई तेजी

झंझारपुर लौकहा रेलखंड बंद होने से यहां के लेागों को काफी दिक्कतों का समाना करना पर रहा है। एक तरफ जहां वो अधिक बसों का भारा दे रहें है तो वहीं रोजगार पर भी काफी ज्यादा असर हुआ है।

 


फिर भी एक बार इस रेलखंड पर चल रहे आमान परिवर्तन के कामों में आई तेजी को लेकर सभी बहुत खुश है। अभी मुख्य रूप से झंझारपुर हॉल्ट, महरैल, चन्देश्वर स्थान और वाचस्पतिनगर (अंधराठाढ़ी) रेल स्टेशन पर काम चल रहा है। उम्मीद है कि इस रेलखंड पर इस वर्ष के अंत तक वाचस्पतिनगर (अंधराठाढ़ी) तक मालगाड़ी को ले जाया जाएगा। 

विशेष- 05 सालों से इस रेलखंड पर रेल परिचालन बंद है।