88 वर्षों के बाद मिथिला के दरभंगा सहरसा रेलखंड अब शायद अप्रैल माह के अन्तिम सप्ताह तक एक हो जाएगा और होगा एक बहुत बड़ी आवादी को फायदा।
डी आर एम आलोक अग्रवाल ने कहा है कि दरभंगा सहरसा रेलखंड पर 7 दिनों के अन्दर रेलवे बोर्ड से अप्रूवल मिल जाएगा और उसके बाद इस रेलखंड पर अप्रैल के अन्तिम सप्ताह से रेल परिचालन शुरू कर दिया जाएगा हालांकि ये रेल सेवा शुरू में यात्रियों के लिए नहीं होगी। इस मई 2022 में यात्रियों के लिए शुरू किया जाएगा।
डी आर एम आलोक अग्रवाला ने कहा कि रेलवे बोर्ड को इस रेलखंड पर रेल परिचालन को लेकर मार्च के अन्तिम सप्ताह में ही प्रस्ताव भेजा जा चुका है जिस प्रस्ताव को स्वीकृति इसी सप्ताह में मिल जाएगी।
मिथिला के इस रेलखंड पर रेल परिचालन की खबर सुनते ही लोगों में खुशी का माहौल बन गया है। लोगों के घर तक 88 साल बाद एक बार फिर रेल की गूंज सुनाई देगी। दरभंगा सहरसा रेलखंड 1934 के विनाशकारी भूकंप के बाद निर्मली और सरायगढ़ के बीच कोसी नदी का निर्माण होने के कारण दो भागों में बंट गया था जो अब फिर 2022 में रेल के माध्यम से एक हो जाएगा। जिससे विकाश, ब्यापार की सम्भावना इस क्षेत्र में बढ़ेगी।
अब इंतजार सिर्फ एक सप्ताह का।