88 साल बाद मिथिला व कोसी के बीच 30 जून 2022 से चलेगी रेल, तेजी से हो रहा बचा हुआ कार्य ।
वर्ष 1934 में आए भूकंप से कोसी नदी पर बने रेल पुल के क्षतिग्रस्त होने से दरभंगा- सहरसा रेलखंड पर सीधी ट्रेन सेवा करीब 87 साल से बंद है जो अब 30 जून से शुरू हो जाएगा और इसी के साथ 30 जून को रचा जाएगा एक नया इतिहास।
इस ट्रेन सेवा के शुरू हो जाने से मिथिला व कोसी के बीच दशकों से प्रभावित संबंध और प्रगाढ़ होंगे। रेलवे प्रशासन के मुताविक नए दरभंगा- सकरी- झंझारपुर- घोघरडीहा- कुपहा- सरायगढ़- सुपौल सहरसा रेलखंड पर निर्माण कार्य बहुत तेजी से चल रहा है । वर्तमान में दरभंगा के लोगों को सहरसा जाने के लिए ट्रेन से समस्तीपुर भाया खगड़िया जाना पड़ता है। जबकि 1934 से पहले दरभंगा सकरी निर्मली फारविसगंज होते सहरसा की सीधी ट्रेन सेवा थी। नए रेल खंड के बन जाने से दरभंगा से सहरसा जाने में महज दो से ढ़ाई घंटे लगेंगे। फिलहाल समस्तीपुर भाया खगड़िया जाने में 5 से 6 घंटे का समय लगते हैं ।
51 किमी कम हो जाएगा दरभंगा से सहरसा की दूरी।
अभी वर्तमान में दरभंगा से सहरसा जाने के लिए भाया मानसी- खगड़िया- बेगूसराय - समस्तीपुर होकर ट्रेन चलती थी जिसकी कुल दूरी 176 किलोमीटर है लेकिन नए रूट जो सरायगढ़- निर्मली- घेाघरडीहा- तमुरिया- झंझारपुर- सकरी- दरभंगा के रास्ते है इस रूट पर रेल परिचालन शुरू होते ही इसकी दूरी घटकर 125 रह जाएगी । साथ ही सहरसा से दिल्ली की दूरी भी घट जाएगी। इस रेलखंड पर बचे हुए कार्य को तेजी से किया जा रहा है जिसको पूर्ण होने का समय लगभग 25 जून रखा गया है और उसके बाद रेल परिचालन 30 जून से शुरू हो जाएगा और होगा लाखों लोगों को फायदा।