SAKARI: Star Mithila: 30 अक्टूबर कए बिहार मे कुशेश्वरस्थान विधानसभा क उपचुनाव होबय जा रहल अछि। सत्ताधारी आ विपक्षी दल के नेता जीत के लेल प्रचार शुरू क देने छथिन्ह. मुदा एहि ठामक निवासी पूछि रहल छथि जे पुरान वादा जे आइ धरि पूरा नहि भ सकल अछि ओकर की हाल भेल। दरअसल, पिछला 47 साल यानी साढ़े चारि दशक स बेसी समय स ‘ सकरी हसनपुर रेल लाइन’ क काज अधूरा अछि।


एहि बेर सेहो उपचुनाव मे किछु नहि बदलल अछि। राजनेता मतदाता के लंबा-चौड़ा वादा आ विकास के दावा क रहल छथिन्ह. मुदा मतदाता अपन पुरान वादा के हिसाब मांगि रहल छथिन्ह. एहि मे स एकटा पैघ वादा छल, ‘सकरी-हसनपुर रेल लाइन’ जे कुशेश्वरस्थान स गुजरत।

एहि रेलवे लाइन के कुशेश्वरस्थान होइत हसनपुर पहुंचबाक प्रतीक्षा करैत कतेको पीढ़ी दुनिया सं दूर चलि गेल, मुदा एखनो ई अधूरा अछि. ओना एहि परियोजना क बिहार सरकार या क्षेत्रीय विधायक स कोनो सीधा संबंध नहि अछि, मुदा वर्तमान मे बिहार मे डबल इंजन एनडीए सरकार अछि। बिहार मे पिछला 16 साल स इ गठबंधन सत्ता मे अछि। त पिछला 7 साल स एनडीए केंद्र मे सेहो राज क रहल अछि। एहि कारण उपचुनाव मे ई एकटा पैघ चुनावी मुद्दा बनि उभरल अछि।


हरनगर स्टेशन पर स्थानीय युवा रंजीत मुखिया बतौलनि जे सकरी-हसनपुर रेल लाइन हुनकर बाप-दादाक समय स बनल अछि, मुदा आइ धरि एकर काज पूरा नहि भ सकल। ओ बतौलनि जे सब दलक नेता झूठ बाजैत छथि नेता सब कहैत छथि जे रेल लाइन पूरा भ जायत मुदा ओ सब नहि करैत छथि, पहिने जे ट्रेन एहि रूट पर चलैत छल से कोरोना के पहिल लहर में रोकल गेल छल, ट्रेन पहुंचैत छल दरभंगा 30 टाका मे।आब 100 रुपैया द क बस स जेबाक अछि।एहि उपचुनाव मे इ एकटा पैघ चुनावी मुद्दा अछि।" - रंजीत मुखिया, लोकल

संगे-संग STAR MITHILA सँ कुशेश्वरस्थान मंदिरक पुजारी गणपति बाबा कहलनि जे कुशेश्वरस्थान मे रेल लाइनक घोर आवश्यकता अछि। ओ कहला जे अगर रेल लाइन होएत त यातायात क सुविधा त होएत, लोक बीमार सेहो भ जाएत। एहि इलाकाक लोक ट्रेन मे पानि आ भुंजा बेचैत छल, मुदा दिल्ली-मुंबई मजदूर बनि काज पर नहि जाइत छल।दौड़ैत।मुदा आइ धरि एकर काज पूरा नहि भेल अछि।छल। ओ पहिल बेर 1973 मे एहि रेलवे लाइन क सर्वेक्षण केलथि। एकर बाद 1974 मे हसनपुर स सकरी तक क शॉर्ट लाइन क शिलान्यास कएने छलाह। हुनकर असामयिक मृत्युक बाद रेलवे लाइनक एहि परियोजना पर रोक लगा देल गेल।

1996 मे पूर्व रेल मंत्री स्वर्गीय रामविलास पासवान एहि पैघ लाइन क शिलान्यास केलथि। 1996-97 क रेल बजट मे ओ कुशेश्वरस्थान मार्ग होइत सकरी-हसनपुर सड़क पर छोट लाइन क जगह पैघ रेल लाइन कए मंजूरी द देलथि। ओहि समय एहि परियोजना लेल बजट मे 3 करोड़ टका क प्रावधान सेहो कैल गेल छल जाहि मे 100 करोड़ क अनुमानित खर्च होएत। एकर बाद भूमि अधिग्रहणक काज शुरू भेल। 5 साल बीत गेल अछि स्वयं भूमि अधिग्रहण आ सीमांकन मे। एम्हर कुशेश्वरस्थान पहुँचलाक बाद नव स्टेशनक शिलान्यास सेहो केलनि।

कुशेश्वरस्थानक एकटा आओर युवक दीपक कुमार कहलनि जे, कुशेश्वरस्थान मे ट्रेनक प्रतीक्षा लम्बा अछि। ओ कहलनि जे कतेको लोक ट्रेनक सपना देखैत दुनिया छोड़ि गेलाह, नहि जानि ई सपना कहिया पूरा होयत आ ओ सब सेहो कुशेश्वरस्थान मे चलैत ट्रेन देखि सकैत छथि, कतेक लोक स्वर्ग तक चलि गेल छथि।आइ धरि ई सपना पूरा नै भेल अछि हमरा सब के लगैत अछि जे ई सपना मात्र सपना बनल रहत, कहियो पूरा नै होयत ट्रेन सेवा के उद्घाटन भेल।


10 साल बाद 2018 मे इ रेल लाइन 8 किलोमीटर आगू हरनगर तक पहुंच गेल, जेकर उद्घाटन तत्कालीन रेलमंत्री पीयूष गोयल आ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दूरस्थ रूप स केलथि। मुदा तकर बाद ई रेल लाइन आगू नहि बढ़ि सकल ई परियोजना कोसी आ मिथिलांचलक विकास लेल महत्वपूर्ण अछि। एहि योजना क पूरा भेला स दरभंगा, खगड़िया, सहरसा क दूरी कम भ जाएत। समस्तीपुर-खगड़िया रेल खंड क महत्व सेहो बढत। हसनपुर स सकरी रेल परियोजना मे कुल 10टा स्टेशन अछि अर्थात हसनपुर, बिथान, कौराही, हरनगर, बिरौल, नेउरी, बेनीपुर, जगदीशपुर, कुशेश्वरस्थान आ सकरी। एहि मे हसनपुर, बिथान आ कौरही स हरनगर तक काज करबाक अछि, दरभंगा दिस स सकरी स हरनगर तक इ रेलवे लाइन पूरा भ चुकल अछि। मुदा रेलवे फिलहाल एहि परियोजना स उदासीन अछि।