KATIHAR: भारत और बांग्लादेश के बीच अंतर्राष्ट्रीय रेल संपर्क को बढ़ावा देने के लिए एक जून से तीसरी यात्री ट्रेन सेवा शुरू हो रही है। इस ट्रेन का टाइम टेबल रेलवे ने जारी कर दिया है। न्यू जलपाईगुड़ी से ढाका छावनी तक चलने वाली मिताली एक्सप्रेस को भारत और बांग्लादेश के रेल मंत्रियों द्वारा वर्चुअली हरी झंडी दिखाई जाएगी।
यह ट्रेन चिलाहाटी (बांग्लादेश) 13.55 बजे (बीएसटी) पहुंचेगी और चिलाहाटी से 14.25 बजे (बीएसटी) रवाना होकर ढाका छावनी (बीएसटी) 22:30 बजे पहुंचेगी। इस ट्रेन का न्यू जलपाईगुड़ी और ढाका छावनी के बीच कोई भी वाणिज्यिक ठहराव नहीं होगा। इस ट्रेन के न्यू जलपाईगुड़ी-ढाका छावनी चरण में चार प्रथम श्रेणी वातानुकूलित (केवल बैठने के लिए), चार वातानुकूलित चेयर कार और दो सामान-सह-जनरेटर वैन शामिल होंगे.
पता चला है कि 'मिताली एक्सप्रेस' का नाम प्रधानमंत्री शेख हसीना ने तय किया है। अब भारत की माने तो ढाका-जलपाईगुड़ी ट्रेन इसी नाम से चलेगी।
चार नामों में से एक नाम पड़ा मिताली एक्सप्रेस
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक नई ट्रेन का नाम तय करने के लिए प्रधानमंत्री को चार नाम भेजे गए थे- मिताली, संप्रति, सुह्रिद और बंधु. इन्हीं में से उन्होंने मिताली नाम चुना। उन्हें लगता है कि भारत इस नाम से असहमत नहीं होगा।
भारत और बांग्लादेश के बीच चलने वाली दो ट्रेनों में, ढाका-कोलकाता ट्रेन को मैत्री एक्सप्रेस और खुलना-कोलकाता मार्ग को बंधन एक्सप्रेस कहा जाता है।
ढाका से 21:50 बजे रात में रवाना होगी
सीपीआरओ ने बताया कि वापसी दिशा में ट्रेन संख्या 13131 ढाका छावनी- न्यू जलपाईगुड़ी मिताली एक्सप्रेस भी सप्ताह में दो दिन सोमवार और गुरुवार को चलेगी। ढाका छावनी से 21:50 बजे (बीएसटी) रवाना होगी। यह ट्रेन चिलाहाटी (बांग्लादेश) 05.45 बजे (बीएसटी) पहुंचेगी। चिलाहाटी से 06.15 बजे (बीएसटी) प्रस्थान करेगी। यह ट्रेन हल्दीबाड़ी (भारत) 06.00 बजे (आईएसटी) पहुंचेगी और हल्दीबाड़ी से 06.05 बजे (आईएसटी) रवाना होकर न्यू जलपाईगुड़ी 07:15 बजे (आईएसटी) पहुंचेगी। यात्रा के इस चरण में चार प्रथम श्रेणी वातानुकूलित (शय्या के लिए), चार वातानुकूलित चेयर कार और दो सामान-सह-जनरेटर वैन शामिल होंगे।
मुख्य जनसपंर्क पदाधिकारी ने बताया कि भारत को बांग्लादेश को जोड़ने वाली मिताली एक्सप्रेस ट्रेन के लिए टिकट न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन और कोलकाता रेलवे स्टेशन पर अंतरराष्ट्रीय PRS काउंटरों पर उपलब्ध है। नई ट्रेन सेवाओं से भारत और बांग्लादेश के द्विपक्षीय व्यापार संबंधों और सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों में सुधार होगा। यह सेवा यात्रियों के लिए सफर को और आसान बनाएगी। पूरे भारत में अन्य पर्यटन हॉटस्पॉट के साथ-साथ उत्तर बंगाल क्षेत्र के पर्यटन केंद्र भी काफी लाभान्वित होंगे।