SAHARSA: हजारों मजदूर यात्रियों की सहरसा स्टेशन पर जुटी भीड़ को देखकर गुरुवार को भी अमृतसर से स्पेशल ट्रेन चलेगी। सहरसा से अमृतसर को 16 जून को 24 अनारक्षित कोच वाली स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है।


पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि यात्रियों की अत्याधिक भीड़ को देखते उनकी सुविधा के लिए पूर्व मध्य रेल द्वारा बेगूसराय, शाहपुर पटोरी, हाजीपुर,गोरखपुर और अम्बाला कैंट के रास्ते सहरसा से अमृतसर के लिए अनारक्षित स्पेशल ट्रेन का परिचालन 16 जून को किया जाएगा। गाड़ी सं. 05577 सहरसा से 16 जून की सुबह पौने नौ बजे खुलेगी। दूसरे दिन शाम 5 बजे अमृतसर पहुंचेगी। इस स्पेशल ट्रेन में साधारण श्रेणी के 22 कोच लगे रहेंगे। दो एसएलआर कोच सहित कुल 24 कोच ट्रेन में रहेगा। स्पेशल ट्रेन का ठहराव सिमरी बख्तियारपुर, कोपरिया, मानसी, खगड़िया, लखमिनिया, बेगूसराय, बरौनी, बछवारा, विद्यापतिधाम, मोहिउद्दीननगर, शाहपुर पटोरी, महनार रोड, देसरी, अक्षयवट राय नगर, हाजीपुर, सोनपुर, दिघवारा, छपरा, दुरौंधा, सिवान, मैरवा, भटनी, देवरिया सदर, गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, बुढ़वल, सीतापुर, मैकलगंज, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, स्योहारा, नजीबावाद, लक्सर, सहारनपुर, यमुनानगर जगाधरी, अम्बाला कैंट, राजपुरा, सरहिंद, ढंडारी कलां, लुधियाना, फिल्लौर, फागवारा, जालंधर सिटी व व्यास स्टेशन पर रहेगा। उल्लेखनीय है कि इन दिनों सहरसा स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने के लिए हजारों की संख्या में मजदूर यात्रियों की भीड़ जुटती है। 

हम मिथिला सहित पूरे भारत वर्ष की विकास की नई गाथा आपके समक्ष रखने की कोशिश करते है। हमसे Whatsaap पर जुड़ने के लिए Click करें।

मजदूर यात्रियों की भीड़ के कारण स्टेशन पर मेला सा दृश्य नजर आता है। खासकर शाम ढलने के बाद मजदूर यात्रियों का हुजूम कोसी क्षेत्र के अलावा सीमांचल और सहरसा से सटे दरभंगा जिला क्षेत्र से पहुंचने लगता है। इसके अलावा नेपाल बॉर्डर तक से सैकड़ों मजदूर यात्री पहुंचते हैं। मजदूर यात्रियों का कहना है कि पंजाब और हरियाणा राज्य में धान रोपनी के लिए जा रहे हैं। इस क्षेत्र में उद्योग धंधे की व्यवस्था नहीं रहने और धान रोपनी का सीजन रहने के कारण पलायन की रफ्तार तेज है। हालांकि यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने में जोन, मंडल से लेकर स्थानीय अधिकारी तत्पर रहते हैं।

बोरा झोला लटका चले आते हैं मजदूर यात्री: 

पेट की खातिर पलायन कर दूसरे राज्य का रुख कर रहे मजदूर यात्री बोरा झोला लटका कर पहुंच रहे हैं। पैसे नहीं रहने के कारण अधिकांश मजदूर यात्री घर से ही रोटी, नमक, सत्तू, भूंजा लेकर चले आते हैं। रात उनकी सहरसा स्टेशन पर ही कट रही है। मजदूर यात्री वीरपुर के दिलीप राम, शंकरपुर मधेपुरा के भोलन महतो ने कहा कि काम यहां मिल जाता तो ठेकेदार को कमीशन देकर रोजगार के लिए यहां से पंजाब क्यों जाते।