MITHILA: मिथिला क्षेत्र में बाढ़ के प्रभाव को कम करने के लिए हो रहा काम

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 जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि मिथिला में बाढ़ के प्रभाव को कम करना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने पिछले वर्षों में मिथिला के बाढ़ से प्रभावित होने वाले इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया है। इसी क्रम में उन्होंने फुलपरास और घोघरडीहा प्रखंड में भुतही बलान नदी की बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों का भी सर्वेक्षण किया था और इस इलाके को बाढ़ से सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश दिये। उनके निर्देश पर जल संसाधन विभाग मिथिला में बाढ़ के प्रभाव को कम करने के लिए तत्परता से काम कर रहा है। उक्त बातें रामनगर में भुतही बलान बायां तटबंध पर जीएसबी कार्य का शुभारंभ करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए मंत्री ने कही। 

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इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि अगले सीजन में इस तटबंध का विस्तार करते हुए इसे एनएच 57 से जोड़ा जाएगा। उनके इस ऐलान पर क्षेत्रवासियों ने खुशी जाहिर की है। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने का निश्चय किया है। उनके निर्देश पर जिले में दशकों से लंबित पश्चिमी कोसी नहर परियोजना का कार्य तेजी से पूरा कराया जा रहा है। इस कार्य से जिले के बड़े इलाके में कृषि का कायाकल्प होगा। उल्लेखनीय है कि भुतही बलान नदी का 25 किलोमीटर लंबा बायां तटबंध रामनगर ग्राम तक पूर्व से निर्मित था। उसके निम्न प्रवाह में तटबंध नहीं रहने के कारण बाढ़ अवधि में फुलपरास और घोघरडीहा प्रखंड के 56 गांवों में जल प्लावन की स्थिति उत्पन्न हो जाती थी और जनजीवन की दिनचर्या बाधित हो जाती थी। इस समस्या के समाधान के लिए जल संसाधन मंत्री के निर्देश पर विभाग ने भुतही बलान बायां तटबंध के किमी 25.00 (रामनगर) से किमी 31.61 (निर्मली-घोघरडीहा लिंक रोड) तक 6.10 किलोमीटर की लंबाई में तटबंध का निर्माण कराया। करीब 4843.68 लाख रुपए की इस योजना में तटबंध के साथ तीन एंटी फ्लड स्लूईस गेट का भी निर्माण कराया गया है। अब इस क्षेत्र की आबादी का एनएच 57 से सीधा संपर्क स्थापित करने हेतु वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उक्त नवनिर्मित तटबंध के शीर्ष पर जीएसबी कार्य कराया जा रहा है, जिसका जल संसाधन मंत्री ने शनिवार को रामनगर जाकर शुभारंभ किया। इस कार्य से क्षेत्र में बाढ़ से दीर्घकालिक सुरक्षा और यातायात सुगमता के साथ-साथ सर्वांगीण विकास संभव हो सकेगा। 

विभागीय अधिकारियों को इस तटबंध पर जीएसपी का कार्य एक महीने में पूरा कराने के निर्देश दिये। साथ ही घोषणा किया कि अगले सीजन में इस तटबंध का विस्तार करते हुए इसे एनएच 57 से जोड़ा जाएगा। एनएच 57 से किसनीपट्टी तक तटबंध पर रोड बन जाने से पूरे इलाके के लोगों के लिए एनएच तक पहुंचने का वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा। सभा को परिवहन मंत्री एवं स्थानीय विधायक शीला कुमारी मंडल, झंझारपुर के सांसद रामप्रीत मंडल, सत्येंद्र कामत सहित कई अन्य ने संबोधित किया।


भुतही बलान नदी पिछले वर्ष की बाढ़ अवधि में फुलपरास और खुटौना प्रखंड में बायां एवं दयां तटबंधों के कई स्थलों पर काफी आक्राम्य हो गई थी। जल संसाधन विभाग द्वारा तटबंध के संवेदनशील स्थलों चिह्नित कर भुतही बलान दायां तटबंध के किमी 8.00 से 8.10, किमी 8.20 से 8.275 और किमी 8.325 से 8.350 के बीच खरबरिया ग्राम के निकट, किमी 12.00 से 13.00 के बीच राजपुर ग्राम के निकट और किमी 17.00 से 17.20 के बीच महथौर ग्राम के निकट तथा बायां तटबंध के किमी 6.00 से 6.45 के बीच झझरी ग्राम के निकट, किमी 16.40 से 16.50  के बीच टेंगरार ग्राम के निकट और किमी 18.00 से 18.30 के बीच हनुमान नगर ग्राम के निकट कटाव निरोधक कार्य कराया गया है। मंत्री ने शनिवार को हनुमान नगर जाकर इन कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि इन कार्यों से तटबंध सुरक्षित हो गए हैं। इससे क्षेत्र की बड़ी आबादी को बाढ़ से सुरक्षा मिलेगी।



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