MITHILANCHAL: कोरोना काल में दो साल के बाद इस बार श्रावणी मेला में देश के अलग-अलग हिस्सों से कांवरिया सुल्तानगंज पहुंचेंगे। पिछले दो साल में श्रावणी मेला के लिहाज से रेलवे ने भागलपुर रेलखंड पर कई सुविधाएं तैयार की है। अब सुल्तानगंज में जल भरने के बाद देवघर जाने के लिए सीधी ट्रेन मिलेगी। सुल्तानगंज से देवघर के लिए एक डीएमयू पैसेंजर ट्रेन की सेवा दो महीने पहले ही शुरू की गई है। इसके अलावा भी कई ऐसी सुविधाएं हैं जो दो साल पहले सुल्तानगंज या भागलपुर में कांवरियों को नहीं मिलती थी। इस बार मिथिलांचल के कांवरियों के आने-जाने के लिए दो-दो एक्सप्रेस ट्रेन की सुविधा मिलेगी। एक जयनगर-हावड़ा एक्सप्रेस और एक भागलपुर-जयनगर एक्सप्रेस। इन दोनों ट्रेनों की सेवा पहले नहीं थी। इन दोनों ट्रेनों से मिथिलांचल के समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी आदि जिलों के कांवरिया सीधे सुल्तानगंज पहुंच जाएंगे। उन्हें ट्रेन बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।


नेपाल से आने वाले कांवरियों को भी सुविधा होगी। नेपाल से जयनगर आने के बाद सुल्तानगंज के लिए सीधी ट्रेन मिलेगी। वापसी में भी भागलपुर से इन दोनों ट्रेनों से जाने में सहूलियत हो जाएगी। देवघर के लिए कोरोना काल के पहले अगरतला से भी एक एक्सप्रेस ट्रेन चलायी गई है। इससे पूर्वोत्तर राज्यों के कांवरियों को आने-जाने में सुविधा मिलेगी। बाबा वैद्यनाथ को जल चढ़ाने के बाद इन इलाकों के कांवरिया सीधे वहीं से ट्रेन पकड़ सकते हैं। हालांकि इस ट्रेन की सेवा सप्ताह में एक दिन ही है पर सोमवारी के दिन यह ट्रेन मिलेगी।

अन्य सुविधाएं
सुल्तानगंज स्टेशन पर मे आई हेल्प यू सेंटर होगा। सुरक्षा के लिहाज से 24 घंटे सीसीटीवी से निगरानी होगी। लगभग पांच हजार कांवरियों के ठहरने के लिए स्थायी शेड। 30 यूनिट का अतिरिक्त शौचालय संचालित होगा। सुल्तानगंज से देवघर के लिए सीधी ट्रेन मिलेगी। सुल्तानगंज और भागलपुर स्टेशन पर लिफ्ट की सुविधा मिलेगी। स्टेशन पर एक अतिरिक्त फुट ओवरब्रिज की होगी सुविधा।

एडीआरएम मालदा रेल मंडल सुजीत कुमार ने बताया कि दो साल से श्रावणी मेला नहीं हो रहा था। इस बार भी राज्य सरकार के निर्णय के अनुसार ही रेलवे काम करेगा। रेलवे अपनी ओर से तैयारी में जुट गया है। डिवीजन के सभी अधिकारी इसके लिए काम कर रहे हैं।