PATNA: बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने मंगलवार को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से दिल्ली में मुलाकात कर बिहार की परियोजनाओं पर चर्चा की। इस क्रम में कच्ची दरगाह से अनिसाबाद के बीच 15 किमी लंबे एलिवेटेड कारिडोर के निर्माण पर भी विमर्श हुआ। पथ निर्माण मंत्री ने इस प्रोजेक्ट की जरूरत पर अपनी बात रखी। तय हुआ कि मंत्रालय के अधिकारी इस प्रोजेक्ट की आवश्यकता व अन्य पहलुओं पर अध्ययन करेंगे। गांधी सेतु के नवनिर्मित लेन के लोकार्पण पर भी विमर्श हुआ। जिन योजनाओं के लिए जमीन का अधिग्रहण हो गया है उनकी निविदा पर भी बात हुई।


ट्रैफिक जाम व आने वाली समस्याओं के बारे में बताया

पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि एनएच-30 के पहाड़ी जंक्शन से महात्मा गांधी पुल के चार लेन में बन जाने से तथा नए फोर लेन पुल के निर्माण के बाद ट्रैफिक का लोड बढ़ेगा। इसलिए जरूरी है कि पहाड़ी जंक्शन को विकसित किया जाए। एनएच-30, एनएच-19 और एसएच-101 से आने वाले ट्रैफिक को ध्यान में रख मल्टी लेयर जंक्शन के निर्माण पर भी बात हुई। 

पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को भागलपुर तक विस्तारित किए जाने का प्रस्ताव

पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री के समक्ष यह प्रस्ताव रखा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का विस्तार भागलपुर तक किया जाए। भारतमाला फेज-2 के अंतर्गत सुल्तानगंज को देवघर से जोडऩे पर बात हुई। मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया और भागलपुर को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाये जाने को ले रिंग रोड निर्माण के प्रस्ताव पर भी विमर्श हुआ। 


फारेस्ट क्लियरेंस के इंतजार में अटक गईं परियोजनाओं पर भी चर्चा

फारेस्ट क्लियरेंस में अटके प्रोजेक्ट एनएच-122, एनएच 331, एनएच 120, एनएच 131 बी, एनएच 219 व एनएच 319 ए पर भी चर्चा हुई। बैठक में पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप आर पुडलकट्टी, अभियंता प्रमुख हनुमान चौधरी, मुख्य अभियंता (एनएच) अमरनाथ पाठक व मुख्य अभियंता (अनुश्रवण) नीरज सक्सेना भी मौजूद थे।