SAHARSA: सहरसा से फारबिसगंज तक इसी साल के अगस्त माह से ट्रेन चलने की संभावना है। वहीं सहरसा से नरपतगंज तक एक माह बाद ट्रेन दौड़ने लगेगी।

गुरुवार को ललितग्राम-नरपतगंज आमान परिवर्तन कार्य का सीआरएस निरीक्षण किए जाने के बाद वापस सहरसा लौटे समस्तीपुर मंडल के डीआरएम आलोक अग्रवाल ने कहा कि स्पीड ट्रायल सफल रहा। नरपतगंज- ललितग्राम के बीच 125 किमी प्रति घंटे की स्पीड से ट्रायल पूरा हुआ। उन्होंने कहा कि नवनिर्मित ललितग्राम-नरपतगंज रेलखंड को सीआरएस निरीक्षण के दौरान दुरुस्त पाया गया है। लेकिन सीआरएस के द्वारा कुछ छोटी-छोटी काम को करने के लिए बताया गया है। उन कार्यों को एक माह में पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद रेलवे बोर्ड से तिथि आते सहरसा से नरपतगंज तक ट्रेन चलने लगेगी। डीआरएम ने कहा कि 15 जुलाई तक नरपतगंज से फारबिसगंज तक 17 किमी दूरी में आमान परिवर्तन कार्य पूरा होने की संभावना है। मानसून की स्थिति अगर ठीकठाक रही तो नवनिर्मित रेलखंड का सीआरएस निरीक्षण कराते अगस्त माह से सहरसा से फारबिसगंज तक ट्रेन चलने की संभावना बन जाय। बता दें कि सहरसा से फारबिसगंज 111 किमी रेलखंड पर ट्रेन चलने के बाद पूर्वोत्तर से भी संपर्क बहाल हो जाएगा। निरीक्षण के दौरान डीआरएम के साथ सीनियर डीईएन कोर्डिनेशन आरएन झा, डिप्टी चीफ इंजीनियर निर्माण संजय कुमार, सीनियर डीईएन थ्री सुनील कुमार, प्रोटोकॉल आरके झा, एडीईएन किशोर कुमार भारती, एईई श्रवण कुमार, एएसटीई संजीव कुमार, डीसीआई राजेश रंजन श्रीवास्तव, मदन झा, एसएस रमेश कुमार, सीनियर सेक्शन इंजीनियर प्रभात कुमार, एसएसई रेलपथ सुनील कुमार, राकेश कुमार, मुख्य क्रू नियंत्रक एस सी झा, जेई स्नेह रंजन, एसएसई कैरेज शंभु कुमार, एसएसई सिग्नल रंजन कुमार, एसएसई इलेक्ट्रिक महेश कुमार सिन्हा, आरपीएफ इंसपेक्टर वंदना कुमारी, एसआई रविरंजन सहित अन्य थे।



सीआरएस ने ललितग्राम नरपतगंज खंड का किया निरीक्षण:

मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वी क्षेत्र सुवोमोय मित्रा ने गुरुवार को ललितग्राम-नरपतगंज 12 किमी आमान परिवर्तन कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ट्रैक, स्टेशन बिल्डिंग और पुल की स्थिति का अवलोकन किया। जरूरी दिशा निर्देश दिए। वापस में नरपतगंज से ललितग्राम के बीच स्पीड ट्रायल करा ट्रैक की स्थिति देखी। ट्रायल में 125 की स्पीड से निरीक्षण ट्रेन दौड़ी।

गंगजला चौक हो बायपास लाइन गुजारने का नक्शा बना:

डीआरएम ने कहा कि सहरसा स्टेशन से गंगजला चौक, पंचवटी चौक होते कारू खिरहरि हॉल्ट तक बायपास रेललाइन बिछाने के लिए नक्शा बना लिया गया है। दो किमी वाले इस बायपास रेललाइन को बिछाने और यार्ड तक कनेक्टिविटी के लिए बड़ा प्लान तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस लाइन के बनने के बाद मानसी और पूर्णिया रूट की ट्रेनें सीधे आवाजाही कर पाएगी। डीआरएम ने कहा कि गंगजला चौक समीप स्थित बस स्टैंड की जमीन रेलवे की है। उसका रेलवे उपयोग करेगी। उन्होंने कहा कि सहरसा-नई दिल्ली अप डाउन क्लोन स्पेशल ट्रेन का परिचालन जुलाई से यहां से हटा बरौनी  से करना यात्री संख्या, राजस्व और ट्रैक क्षमता को देखकर लिया गया है। डीआरएम ने कहा कि इसी साल दूसरा वाशिंग पिट बनकर तैयार होगा। वाशिंग पिट का काम चल रहा है।

जनसेवा चलाने को भेजा प्रस्तावः 

डीआरएम ने कहा कि मेंटेनेंस अमृतसर में होने के कारण जनसेवा एक्सप्रेस नॉर्दर्न रेलवे की ट्रेन है। इस कारण नॉर्दर्न रेलवे को जनसेवा एक्सप्रेस का परिचालन शुरू करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। जनसेवा का परिचालन शुरू के लिए प्रयासरत है।