SAHARSA: समस्तीपुर मंडल के डीआरएम आलोक अग्रवाल ने कहा कि लंबी दूरी की सभी ट्रेनें मंगलवार से चलने लगी है । ट्रेन अपने पूर्ववत समय और ठहराव के लिए चिन्हित स्टेशन मुताबिक चलेगी। उन्होंने कहा कि जयनगर-मनिहारी जानकी एक्सप्रेस का परिचालन भी मंगलवार से शुरू हो  गया । मंगलवार को पटना को जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेनें नहीं चलेगी। सभी पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन नहीं किया जाएगा। इन ट्रेनों का परिचालन बुधवार से शुरू करने का कोशिश किया जाएगा। पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन बुधवार से शुरू करने की योजना पर मंगलवार को विचार विमर्श करते निर्णय लिया जाएगा।


उल्लेखनीय है कि अग्निपथ योजना के विरोध में किए जा रहे प्रदर्शन और बंदी के कारण बीते चार दिनों से सहरसा आने जाने वाली सभी ट्रेनों का परिचालन बंद है। ट्रेनों के बंद रहने से यात्री परेशान हैं। अब सोमवार से लंबी दूरी की ट्रेन सहरसा-नई दिल्ली क्लोन स्पेशल ट्रेन, सहरसा-नई दिल्ली वैशाली एक्सप्रेस, सहरसा-सियालदह हाटे बाजारे एक्सप्रेस और जानकी एक्सप्रेस का परिचालन शुरू होने से यात्रियों की परेशानी दूर होगी। पैसेंजर और सभी एक्सप्रेस ट्रेनों के चलने के बाद यात्रियों की परेशानी पूरी तरह से दूर होगी।

बुधवार से राज्यरानी, इंटरसिटी व जनहित ट्रेन के चलने की संभावना: बुधवार से सहरसा-पटना राज्यरानी, सहरसा-राजेन्द्रनगर इंटरसिटी और सहरसा-पाटलिपुत्र अप डाउन जनहित एक्सप्रेस का परिचालन शुरू होने की पूरी संभावना है। वहीं बुधवार से हटिया-पूर्णिया कोर्ट वाया सहरसा कोसी एक्सप्रेस के भी चलने की पूरी संभावना है।

चारों दिशाओं में पैसेंजर ट्रेनों के कल से चलने की पूरी उम्मीद: बुधवार से चारों दिशाओं में पैसेंजर ट्रेनों के चलने की पूरी उम्मीद है। फिलहाल सहरसा-पूर्णिया अप डाउन तीन, सहरसा-समस्तीपुर पांच, सहरसा-झंझारपुर-दरभंगा तीन, सहरसा-ललितग्राम एक, सहरसा-सरायगढ़ एक और सहरसा-जमालपुर एक जोड़ी नियमित पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन बंद है। इन ट्रेनों का परिचालन बुधवार से शुरू हो गया तो यात्रियों को आवागमन की सुविधा फिर से मिल जाएगी।

चौथे दिन 3.33 लाख रुपए के आरक्षित टिकट रिफंड: सहरसा स्टेशन के आरक्षण काउंटरों पर रविवार को चौथे दिन 3 लाख 33 हजार रुपए के 283 आरक्षित टिकट रिफंड किए गए। यात्रियों को बिना कैंसिलेशन चार्ज काटे पूरी टिकट किराया राशि वापस किए गए। देखा जाय तो ट्रेनों के रद्द रहने की वजह से चार दिनों में 11 लाख 15 हजार 750 रुपए की टिकट किराया राशि रिफंड की गई।