JHANJHARPUR: नेपाल के बॉर्डर से जुड़ा लौकहा से झंझारपुर तक रेल लाइन बीते 6 वर्षों से बंद है। रेल खंडपर 26 मई 2017 को मेगा ब्लॉक लिया गया था।
अमान परिवर्तन को ले हो रहे कार्य की गति काफी धीमी है। रेलवे का पूरा फोकस निर्मली लाइन पर था, अब इस रेल खंड पर प्रथम चरण में महरैल तक ट्रेन चलाने पर कार्य को गति दी गई है। निर्माण में लगे रेल अधिकारी डी के चौधरी बताते हमारा कार्य तेज गति से चल रहा है। जल्द से जल्द महरैल तक ट्रेन परिचालन कोशिश की जा रही है। झंझारपुर से महरैल की दूरी 7 किलोमीटर है। जिसमें अभी 4 किलोमीटर तक पटरी बिछाई गई है। झंझारपुर जंक्शन के बाद पहला पड़ाव झंझारपुर हाल्ट है, जो अब तक नही बना है। हाल्ट तक पटरी भी नहीं बिछी है। महरैल स्टेशन आधा अधूरा बन चुका है।
झंझारपुर से लौकहा तक की दूरी 43 किलोमीटर है। जिसमें 64 छोटे पुल 7 बड़ा पुल का निर्माण प्रस्तावित है। अभी तक 51 छोटा पुल ही बना है, और 4 बड़ा पुल का निर्माण किया गया है।
- आधे से अधिक दूरी में 70 फीसदी काम अधूरा
- महरैल तक ट्रेन चलाने की कवायद तेज