PATNA: राजधानी पटना में मेट्रो को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, बनाए जा रहे मेट्रो रूट के बीच में आ रहे पहाड़ी और रानीपुर मौजा में 23 मकान हटाए जाएंगे। इन मकानों की वजह से निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। हटाने की खबर सुनकर स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे थे। इस बीच पटना मेट्रो की ओर से एलाइनमेंट को परिवर्तित करने से इनकार कर दिया गया है। उनका तर्क है कि एलाइमेंट परिवर्तित करने में काफी खर्च होगा, इसीलिए मकान का मुआवजा देकर उसे हटा दिया जाए।
हालांकि जिला प्रशासन की ओर से लोगों को मुआवजा दिए जाने से संबंधित प्रस्ताव को राज्य सरकार के पास भेजा गया है। उस पर आने वाले खर्च का आकलन कर राशि आवंटन की मांग की गई है। अधिकारियों का कहना है कि राशि आवंटित होने के बाद संबंधित लोगों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उसके बाद सभी मकान को वहां से हटाने का काम शुरू किया जाएगा।
लोग कर रहे थे विरोध
रानीपुर और पहाडी मौजा में मेट्रो निर्माण के लिए 23 ऐसे मकान को हटाने का स्थानीय लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा था। उनका तर्क था कि इस पुराने इलाके में जिन लोगों का मकान है उससे उनकी रोजी-रोटी चलती है। यदि मकान हटा दिया जाएगा तो फिर वे कहां जाएंगे जबकि नगर विकास विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया था कि जमीन और मकान सहित मुआवजा दिया जाएगा इसमें उन्हें अच्छी राशि उपलब्ध हो जाएगी जिसे वे दूसरे जगहों पर आसानी से घर खरीद सकते हैं।
दो दर्जन से अधिक जगहों पर चल रहा काम
पटना में जमीन के अंदर अंडरग्राउंड और एलिवेटेड मेट्रो का निर्माण तेजी से चल रहा है। शहर में दो दर्जन से अधिक जगहों पर काम चल रहा है। इसमें मुख्य रूप से पहाड़ी, बैरिया, मलाही पकड़ी, जगनपुरा, रामकृष्णानगर, मीठापुर, आकाशवाणी, गांधी मैदान, अशोकराजपथ में पटना विश्वविद्यालय, पीएमसीएच, राजाबाजार, रूकनपुरा, सगुना मोड, गोला रोड, पटना जंक्शन आदि शामिल है।