AARAH: रेलवे की बहुप्रतीक्षित आरा-बलिया नई रेल लाइन के निर्माण के लिए सर्वे का कार्य पूरा हो गया है। पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से प्रस्तावित इस नई परियोजना की कुल लंबाई 61.693 किलोमीटर होगी। इस मार्ग में कुल 10 हाल्ट या स्टेशन होंगे। सर्वे टीम की ओर से कई विकल्पों पर विचार किये जाने के बाद इस रूट के लिए डीपीआर बनाने का प्रस्ताव भेज दिया गया है।


आरा जंक्शन से सटे जगजीवन हाल्ट को जंक्शन बनाने का प्रस्ताव

आरा जंक्शन से महज साढ़े तीन किमी दूरी पर स्थित जगजीवन हाल्ट पर नया जंक्शन बनाने का प्रस्ताव है। वहां से रेल लाइन भोजपुर जिले के उदवंतनगर प्रखंड के मसाढ़, धमार, शाहपुर प्रखंड के उमरावगंज व धमवल होकर बक्सर के नैनीजोर के पास गंगा को पार करेगी। यहां गंगा पर नया रेल पुल बनाया जायेगा। यहां रेल लाइन गंगा पार कर यूपी के बलिया जिले के काठही कृपालपुर हल्दी, सोहिलपुर होकर बलिया के पास छपरा-वाराणसी रेल लाइन में मिल जायेगी।

आरा-बलिया नई रेल लाइन का सर्वे कार्य पूरा कर लिया गया है। इसकी डीपीआर भी लगभग तैयार हो गई है। अनुमोदन की प्रक्रिया चल रही है। अनुमोदन होते ही रेलवे की ओर से आगे की कार्रवाई की जायेगी। पंकज सिंह, सीपीआरओ पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर।


आरा - बलिया की दूरी 36 किमी घटेगी

फिलहाल आरा (भोजपुर) और बलिया (यूपी) रेल लाइन से सीधे तौर पर नहीं जुड़े हैं। अभी रेल मार्ग से आरा से बक्सर की दूरी 68 किलोमीटर है। आरा से जाने वाले लोग बक्सर स्टेशन पर उतर सड़क मार्ग से बलिया की दूरी 36 किलोमीटर तय करते हैं। इस तरह रेल व सड़क मार्ग मिलाकर कुल दूरी 104 किमी है। इससे अधिक समय लगने के साथ अपेक्षाकृत जेब भी ढीली होती है। नई रेल लाइन बनने के बाद यह दूरी 61.69 किमी रह जायेगी, जो वर्तमान दूरी से करीब 36 किमी कम है।