SUPAUL: कोसी नदी पर बैरेज निर्माण के समय माल ढुलाई को लेकर बथनाहा से बीरपुर भीमनगर तक रेल निर्माण कराया गया था और काफी वर्षों तक इस रेलखंड पर ट्रेनें भी दौड़ी, लेकिन कालांतर में रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बंद हो गया और रेलखंड उसी तरफ उपेक्षित रह गया लेकिन एक बार फिर नागरिक संघर्ष समिति फारबिसगंज ने मामले पर पहल करते हुए बथनाहा-बीरपुर-भीमनगर रेलखंड को फिर से चालू करने को लेकर संघर्ष का बीड़ा उठाया.


बथनाहा रेलवे स्टेशन पर जहां मालगोदाम का निर्माण,रैक पॉइंट निर्माण सहित बथनाहा से नेपाल के विराटनगर तक रेलखंड का निर्माण कार्य हो चुका है और जल्द ही शीघ्र ट्रेन शुरू होने से बथनाहा स्टेशन का महत्व बढ़ गया है और इस रेलखंड के शुरू होने से आमजनों के सुविधा के साथ पूर्व रेलमंत्री ललित नारायण मिश्रा के सपने को साकार होने की कल्पना करार दिया गया

अनुमंडल मुख्यालय वीरपुर स्थित सप्तकोसी होटल के मीटिंग हाल में रविवार को वीरपुर को रेल हेड से जोड़ने और भीमनगर बथनाहा रेलमार्ग को पुनः स्थापित किये जाने को लेकर सर्वदलीय संघर्ष समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता शिशिर मिश्र ने की। वही बैठक में बिंदुवार अब तक भीमनगर-बथनाहा रेल मार्ग को शुरू करने लिए किए गए आंदोलन पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। 

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बैठक में मौजूद सर्वदलीय संघर्ष समिति के अधिकारियों ने पूर्व में किए गए धरना प्रदर्शन, आंदोलन, मानव श्रृंखला, भूख हड़ताल, रेल रोको आंदोलन की चर्चा करते हुए कहा कि भीमनगर बथनाहा रेल मार्ग को पुनः स्थापित करने के लिए फिर से आंदोलन की जरूरत है .

बैठक को संबोधित करते हुए मोहन प्रसाद रस्तोगी ने कहा कि अब इस आंदोलन को तेज करते हुए पैदल यात्रा और जेल भरो आंदोलन करने की जरूरत है ताकि सरकार का ध्यान इस और आये और इस रेल खंड को पुनः स्थापित किया जा सके। चेयरमैन तनवीर आलम ने कहा कि आंदोलन को आगे बढ़ने के लिए जो भी करना होगा मेरे द्वारा किया जाएगा।