SAHARSA: सहरसा से पूर्णिया तक इसी माह से इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की कवायद तेज हो गई है। रविवार को बनमनखी-पूर्णिया रेलखंड का विद्युतीकरण कार्य पूरा करते इलेक्ट्रिक इंजन चलाते ट्रायल किया गया।


सौ की स्पीड में किया गया ट्रायल सफल रहा। ट्रायल की शुरुआत बनमनखी से की गई। बनमनखी से दिन के 11 बजकर दो मिनट पर इलेक्ट्रिक इंजन खुली। इंजन मात्र 24 मिनट में 36 किमी दूरी को तय करते दिन के 11.26 बजे पूर्णिया पहुंची। इस दौरान समस्तीपुर मंडल के सीनियर डीईई टीआरडी भीमसेन, एईई श्रवण कुमार, एसएसई एस के तिवारी, इंद्रजीत कुमार सिंह सहित अन्य थे।

बता दें कि मानसी से सहरसा होते मधेपुरा तक अभी इलेक्ट्रिक ट्रेन चल रही है। मधेपुरा से बनमनखी तक इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने लायक सेक्शन तैयार था। अब बनमनखी से पूर्णिया तक रेलखंड के विद्युतीकृत होते इंजन ट्रायल किया गया। ट्रायल से संबंधित रिपोर्ट मुख्यालय जाएगी। उसके बाद जल्द ही सीआरएस या उनकी अनुमति से प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर का निरीक्षण तय होगा। निरीक्षण अधिकारी से स्वीकृति मिलने के बाद तिथि निर्धारित करते इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाई जाने लगेगी।

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सवा तीन माह में ही पूरा हुआ रेल विद्युतीकरण कार्य: समस्तीपुर मंडल के डीआरएम आलोक अग्रवाल की नियमित मॉनिटरिंग और रेल इलेक्ट्रिक अधिकारियों की देखरेख का परिणाम यह रहा कि मात्र सवा तीन माह में बनमनखी-पूर्णिया 36 किमी रेल विद्युतीकरण कार्य पूरा हुआ। मिली जानकारी मुताबिक बीते 23 मार्च 2022 को बनमनखी-पूर्णिया रेल विद्युतीकरण कार्य की शुरुआत हुई थी।

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अभी के मुकाबले ट्रेन ऑपरेशन हो जाएगा बेहतर: अभी के मुकाबले यात्रियों का सफर कम समय में पूरा होगा। समस्तीपुर मंडल के डीआरएम आलोक अग्रवाल ने कहा कि सहरसा से पूर्णिया तक इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने के लिए बनमनखी-पूर्णिया रेल विद्युतीकरण कार्य का सीआरएस या प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर का निरीक्षण कराना अनिवार्य है। सीआरएस की अनुमति पर पूर्व मध्य रेल के प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर विद्युतीकृत रेलखंड का निरीक्षण करेंगे। उनसे स्वीकृति मिलने के बाद सहरसा से पूर्णिया तक इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाई जाएगी।

पूर्णिया से कटिहार तक एनएफआर के अधीन का रेलखंड विद्युतीकृत रहने पर कटिहार तक इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाई जा सकेगी। सहरसा से सियालदह जाने वाली लंबी दूरी की ट्रेन हाटे बाजारे एक्सप्रेस को भी इलेक्ट्रिक इंजन लगा परिचालित किया जाएगा। कोशिश यह है कि इसी माह में निरीक्षण कराते हुए सुधार से संबंधित कुछ जरूरी कार्य हो तो उसे पूरा करते इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन परिचालन शुरू कर दिया जाए।

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