SAHARSA: सहरसा से पूर्णिया होते कटिहार तक अगले माह से इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ने लगेगी। पूर्व मध्य रेल के प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर इलेक्ट्रिक रमेश चन्द्रा ने सोमवार को नव विद्युतीकृत बनमनखी-पूर्णिया कोर्ट रेलखंड का निरीक्षण किया।
रेल विद्युतीकरण कार्य से संबंधित हर पहलू की उन्होंने स्थलीय निरीक्षण के दौरान पड़ताल की। जांच कर उसे देखा कि कहीं कोई त्रुटि तो नहीं रह गई है। निरीक्षण के दौरान जहां उन्हें कुछ कमी दिखा उसे सुधार करने का निर्देश दिया। मिली जानकारी मुताबिक बताए गए कुछ कमियों को दूर करते प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर ने नव विद्युतीकृत रेलखंड बनमनखी-पूर्णिया कोर्ट के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी है।
जल्द संबंधित कमियों को दूर कर लिया जाएगा। साथ ही एनएफ रेलवे के द्वारा भी पूर्णिया कोर्ट से पूर्णिया के बीच करीब एक किमी की दूरी में रेल विद्युतीकरण कार्य को एक सप्ताह में लिंक कर दिया जाएगा। उसके बाद सहरसा से मधेपुरा, बनमनखी, पूर्णिया होते कटिहार तक इलेक्ट्रिक इंजन लगकर ट्रेनें चलने लगेगी। डीजल इंजन से चलने की व्यवस्था खत्म हो जाएगी।
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ट्रेन ऑपरेशन और भी बेहतर हो जाएगा। उधर प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर ने बनमनखी से पूर्णिया कोर्ट तक इलेक्ट्रिक ट्रेन से ट्रायल कराया। ट्रायल सफल रहा और 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ी। निरीक्षण के दौरान उनके साथ सीईडीई रवि प्रकाश भारती, समस्तीपुर मंडल के एडीआरएम जेके सिंह, सीनियर डीईई आशुतोष कुमार झा, भीमसेन सिंह, प्रभात कुमार, सीनियर डीईएन थ्री सुनील कुमार, डीएमओ डॉ. अनिल कुमार, एईई शैलेन्द्र दुबे, एडीईएन किशोर कुमार भारती, डीसीआई राजेश रंजन श्रीवास्तव, डीसीआई अमरेन्द्र लाल, स्टेशन अधीक्षक रमेश कुमार, सीनियर सेक्शन इंजीनियर प्रभात कुमार, पीडब्ल्यूआई राकेश कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर वंदना कुमारी, सीएचएआई चंदन कुमार झा सहित अन्य थे।
बता दें कि हाटे बाजारे, कोसी, जानकी जैसी ट्रेन इलेक्ट्रिक इंजन से चलने लगेगी। उपलब्धता मुताबिक मेमू ट्रेन भी चलने लगेगी।
एडीआरएम वन ने सहरसा स्टेशन का किया निरीक्षण: एडीआरएम वन जेके सिंह ने पूर्णिया कोर्ट से वापस होने के बाद सहरसा स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टेशन की सफाई व्यवस्था देखी। पैनल, क्रू लॉबी सहित प्लेटफॉर्मों का जायजा लेते आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि स्टेशन को पूरी तरह से सुव्यवस्थित बनाकर रखें। बता दें कि प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर इलेक्ट्रिक, एडीआरएम वन सहित अन्य अधिकारी एक दिन पूर्व शनिवार की देर रात ही सहरसा स्टेशन पहुंच गए थे। सुबह में पौने नौ बजे बनमनखी के लिए रवाना हुए थे।