DARBHANGA: दरभंगा हवाई अड्डा से आवागमन करने से लोग मुंह मोड़ने लगे हैं. यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट व फ्लाइटों की संख्या में कमी इसकी पुष्टि कर रहा है. शुक्रवार को यात्री संख्या न्यूनतम स्तर पर पहुंच गयी. महज छह विमानों से केवल 768 लोगों ने दरभंगा हवाई अड्डा से आवागमन किये. इससे पहले 21 जुलाई को आठ उड़ानों में 1112, 20 जुलाई को 10 जहाजों में 1496, 19 जुलाई को आठ विमानों में 1162 लोगों ने यात्रा की. इससे पहले सामान्यतः फ्लाइट की संख्या 16 व यात्रियों की संख्या दो हजार से अधिक रहती रही है. यात्रियों की काफी संख्या के कारण सिविल एन्क्लेव पर भीड़ लगी रही थी. बैठने तक के लिये लोगों को जगह नहीं मिलती थी. लेकिन, अब नजारा बदल गया है. टर्मिनल सूना सूना रहने लगा है.


प्रतिकूल मौसम में मुश्किल हो जाती है यात्रा प्रतिकूल मौसम में दरभंगा एयरपोर्ट से यात्रा करने में काफी दिक्कत होती है. परिजनों के संग प्रतिकूल मौसम में घंटों प्रवेश द्वार पर खड़ा होकर टिकट चेक कराना आसान नहीं होता है. फिरवहां प्रवेश मिलने पर टर्मिनल तक पहुंचने में करीब 200 मीटर की दूरी पैदल तय करने में लोगों को दिक्कत होती है. यात्रियों की लगातार घट रही संख्या का यह बड़ा कारण बताया जारहा है. वहीं, पटना की तुलना में दरभंगा से हवाई टिकट महंगा पड़ रहा है. इस कारण भी लोगों की पंसद फिर से पटना एयरपोर्ट बन रहा है. गांधी सेतु पर दोनों लेन में यात्रा शुरू होने से अब पटना की यात्रा सुगम हो गयी है. जाम में पहले की तरह लोग नहीं फंस रहे. इस कारण भी लोग कुव्यवस्था के बीच दरभंगा से सफर करने के बजाय पटना से यात्रा करना पसंद करने लगे हैं.


दोपहर में अधिकांश फ्लाइट का समय

सामान्यत: लोग सुबह में यात्रा करना पसंद करते हैं. दरभंगा एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट सुबह 9.30 में है. इसके बाद दूसरा जहाज तीन घंटे बाद दोपहर 12.40 बजे यहां टेक ऑफ करता है. ऑफिस टाइम मै महानगरों में पहुंचने, काम पर समय से वापस लौटने वाले लोगों के लिये यहां से यात्रा मुफीद नहीं माना जा रही है. अधिकांश नौकरी पेशा व व्यापारी सुबह की फ्लाइट पटना से पकड़कर उसी दिन वापस लौट भी जाते हैं. यह यहां से संभव नहीं हो रहा है. यात्रियों की संख्या कम होने को इसे भी एक कारण माना जा रहा है.

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दिल्ली का टिकट पटना से दोगुने से अधिक

मधुबनी निवासी अमन कुमार ने बताया कि 24 जुलाई को दिल्ली जाना है. दरभंगा से टिकट बुक करने का प्रयास किया. यहां से केवल एक ही फ्लाइट थी. भाडा 16590 बताया जा रहा था. जबकि पटना से मात्र 5757 रुपये में सीट बुक हो गया. बताया कि पटना से अधिक एयरलाइंस व सस्ते दर पर टिकट मिलने से यात्रा में आसानी होती है. अमन का कहना था कि दरभंगा से हवाई टिकट खरीदने के बाद यात्रा रद्द होने का भी संशय बना रहता है.