FARBESGANJ: नरपतगंज से फारबिसगंज की निर्माणाधीन ब्रॉडगेज पर सोमवार को देवीगंज स्टेशन से लगभग 2 किलोमीटर पूरब दरगाहीगंज स्थित एलसी गेट संख्या 68 का नवनिर्मित भवन घटिया गुणवत्ता के कारण ध्वस्त हो गया है। घटना में आसपास खड़े कई लोग बाल बाल बच गए। निर्माणाधीन भवन ध्वस्त होने के बाद से ही स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा गुणवत्ता पर सवाल उठाने लगे है। साथ ही आला अधिकारी से मामले में जांच कर दोषी संवेदक व जूनियर इंजीनियर पर कार्रवाई का मांग भी उठने लगी है। नवनिर्मित भवन के ध्वस्त हो जाने से जहां कई तरह के सवाल उठ रहे है।

ध्वस्त भवन || देवीगंज स्टेशन से लगभग 2 किलोमीटर पूरब दरगाहीगंज || Star Mithila News

मालूम हो कि दरगाहीगंज के समीप एलसी गेट संख्या 68 जो भवन लगभग पूरा होने पर था। लेकिन निर्माणाधीन गेट अचानक सोमवार को ध्वस्त हो जाने से क्षेत्र के लोग अचंभित रह गए जबकि यह निर्माण कार्य जूनियर इंजीनियर की मौजूदगी में संवेदक के द्वारा कराया जा रहा था। इतना ही नहीं लगातार वरीय पदाधिकारी के द्वारा जांच पड़ताल किया जा रहा था। इसके बावजूद ध्वस्त हो जाना गुणवत्ता को लेकर कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। अगर इसके नीचे कोई कर्मी रहता तो अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

Facebook पर Like और Share करें।

नरपतगंज से फारबिसगंज तक देवीगंज तथा चकरदाहा हाल्ट स्टेशन निर्माण में भी घटिया सामग्री के उपयोग का आरोप ग्रामीणों द्वारा लगातार लगाया जा रहा है। इसके बावजूद मनमानी तरीके से कार्य को किया जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे के ठेकेदार द्वारा आनन-फानन में लगातार प्राकलन के विपरीत काम किया जा रहा है। अगर गुणवत्ता की जांच की जाए तो घटिया निर्माण की बात सामने आने से इंकार नहीं किया जा सकता है। करीब 14 साल बाद इस रेलखंड पर ट्रेन परिचालन को लेकर कार्य चल रहा है।

हम मिथिला सहित पूरे भारत वर्ष की विकास की नई गाथा आपके समक्ष रखने की कोशिश करते है। Star Mithila News ls Whatsaap पर जुड़ने के लिए Click करें।

इस संदर्भ में रेलवे के जूनियर इंजीनियर अनिमेष कुमार ने बताया कि अगर भवन क्षतिग्रस्त हुआ है, तो ठेकेदार द्वारा पुनः बनवाने की बात कही। लेकिन घटिया गुणवत्ता के बाबत कुछ भी बोलने से इनकार किया।