BARAUNI: सोनपुर रेल मंडल के विभिन्न महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों में से एक न्यू बरौनी जंक्शन बीते कई महीनों से यात्री सुविधा के लिए लालायित है। स्थिति यह है कि यहां आने वाले यात्रियों को स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों तक पहुंचने में और ट्रेनों से इस स्टेशन पर उतरने वाली रेल यात्रियों को प्लेटफार्म से सड़क मार्ग तक पहुंचने में तो रोज फजीहत झेलनी पड़ रही है। यहां आने वाले यात्रियों को इन दिनों नाश्ता व अन्य सुविधा की बात तो दूर इस चिलचिलाती धूप एवं उमस भरी गर्मी में उन्हें शुद्ध पेयजल भी मुहैया नहीं हो पा रहा है। 

Barauni Junction || Star Mithila News

विभिन्न ट्रेनों पर सवार होने के लिए प्रतिदिन यहां आने वाले सैकड़ों रेल यात्रियों को ट्रेनों के प्रतीक्षा के लिए विश्रामालय की सुविधा की बजाए उन्हें एलेटफार्म पर इधर-उधर घूम कर या फिर यत्र तत्र खड़े खाकर अपनी इस समय गुजारनी पड़ती है।

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पहुंच पथ टूट जाने से यात्रियों को स्टेशन पहुंचने में होती है परेशानी

दरअसल न्यू बरौनी जंक्शन रेलवे स्टेशन का पुनरुद्धार कार्य पिछले वर्ष से ही जारी है। इस दौरान संवेदक द्वारा पहले तो स्टेशन पहुंचने वाले पहुंच पथ को तोड़कर नए पहुंच पथ के निर्माण की व्यवस्था शुरू की गई। जिस कारण से कई महीनों तक लोगों को स्टेशन के दक्षिणी छोर से पहुंचने में काफी दिक्कतें होती रही। अब जबकि पहुंच पथ का निर्माण करवाया गया है तो स्टेशन एवं प्लेटफार्म पर बिखरे निर्माण सामग्री एवं यत्र तत्र टूटे बिखरे प्लेटफॉर्म स्टेशन के कारन प्रवेश को लेकर यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पर रहा है। 

5 महीने से बंद है खाने पीने का स्टॉल

रेलवे के खानपान विभाग द्वारा न्यू बरौनी जंक्शन पर वर्षों से संचालित दोनों स्टॉलों को बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के बीते 5 महीनों से बंद कर दिया गया है। एक आंकड़े के अनुसार न्यू बरौनी जंक्शन पर प्रतिदिन 24 से 25 ट्रेनों का ठहराव है। जाहिर है इस ट्रेनों में यात्रा करने के लिए न्यू बरौनी जंक्शन आने वाले यात्रियों के अलावे ट्रेनों से न्यू बरौनी जंक्शन आने वाले यात्रियों की प्रतिदिन की संख्या हजारों में होती है। इसके अलावे सैकड़ों की संख्या में इन रेल यात्रियों के परिजन भी प्रतिदिन स्टेशन पहुंचते हैं। कई बार ट्रेनों के विलंब के कारण इन रेल यात्रियों व उनके परिजनों को घंटों प्लेटफार्म पर रुकना पड़ता है। 

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ऐसे में स्थिति यह है कि इन रेल यात्रियों को आवश्यकता पड़ने पर खाना व नास्ता के सामग्री की बात तो दूर एक कप चाय व शुद्ध बोतलबंद पेयजल भी दुर्लभ हो रहा है। ऐसे में आवश्यकता पड़ने पर लोग प्लेटफार्म पर घूम घूम कर बेचने वाले अवैध वेंडरों से गुणवत्ता ही खाद्य पदार्थ खाने को मजबूर हैं। जबकि पीने के लिए रेल यात्रियों को प्लेटफार्म पर स्थित उस पानी के टोंटी का इस्तेमाल करना पड़ रहा है, जिसका कई महीनों से सफाई भी संभव नहीं हो सका है।

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यात्रियों को रुकने के लिए विश्रामालय की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं

चल रहे पुनरुद्धार कार्य के दौरान न्यू बरौनी जंक्शन के यात्री विश्रामालय की स्थिति भी विभागीय स्टोर की तरह बन गई है। यात्रियों को रुकने के लिए विश्रामालय की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण यात्रियों एवं उनके परिजनों को ट्रेनों के इंतजार के दौरान प्लेटफार्म पर इधर-उधर टहल घूम कर या अन्य जुगाड़ टेक्नोलॉजी से समय गुजारनी पड़ती है। ऐसे में खासकर इस चिलचिलाती धूप में या फिर वर्षा के दौरान यात्रियों को काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है।