SAHARSA: सहरसा-नई दिल्ली अप डाउन क्लोन स्पेशल ट्रेन की कमी यात्रियों को खूब खल रही है। जबसे क्लोन स्पेशल ट्रेन की सुविधा सहरसा से छीन बरौनी को दे दी गई है कन्फर्म टिकट के लिए मारामारी होने लगी है। #StarMithilaNews
सहरसा से दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में कन्फर्म टिकट हासिल करना किसी जंग जीतने से कम नहीं रह गया है। हर रोज चलने वाली वैशाली एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में तो ट्रेन खुलने के एक दिन पहले शाम तक वेंटिंग लिस्ट 400 पार कर रिग्रेट पर पहुंच जाता है। एसी कोच में भी 50 तक वेंटिंग रहता है, हालांकि उसमें से आधे से अधिक टिकट ट्रेन खुलने के समय कन्फर्म हो जाते हैं। गरीब रथ में तो दिल्ली का कन्फर्म टिकट पाने आसान ही नहीं रहता है।
ऐसे हालात का फायदा टिकट दलाल खूब उठा रहे हैं। दलालों के द्वारा यात्रियों को कन्फर्म टिकट देने के एवज में मनमाना किराया राशि की मांग की जाती है। सफर करने की मजबूरी में यात्री भी टिकट दलाल के हाथों आर्थिक शोषण का शिकार हो रहे हैं। वहीं टिकट दलाल मालामाल हो रहे हैं। वैशाली और गरीब रथ में कन्फर्म टिकट के लिए भटक रहे यात्री कुंदह निवासी सुरेश कुमार और सिमराहा के वीरेंद्र प्रसाद साह ने कहा कि कन्फर्म टिकट का 1500 से दो हजार रुपए की मांग टिकट दलालों के द्वारा किया जा रहा है।
क्लोन स्पेशल ट्रेन जब सहरसा से चलती थी तो तत्काल में भी इतना किराया उस ट्रेन का नहीं लगता था। यात्रियों के मुताबिक क्लोन ट्रेन में बिना तत्काल के ही कन्फर्म बर्थ मिल जाया करती थी। ऐसे में देखा जाय तो क्लोन स्पेशल ट्रेन कन्फर्म टिकट पाने का कोसी और सीमांचल क्षेत्र के यात्रियों के विकल्प बनती थी।
कोरोना काल में भी 47 करोड़ पार सलाना राजस्व पार कर गई थी क्लोन: सहरसा से नई दिल्ली जाने वाली क्लोन स्पेशल ट्रेन कोरोना काल में भी 47 करोड़ राजस्व को पार कर गई थी। एक अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 तक जारी रेल राजस्व पर नजर डाले तो सहरसा-नई दिल्ली क्लोन स्पेशल ट्रेन से 47 करोड़ 79 लाख 36 हजार 75 रुपए राजस्व प्राप्त हुआ।
इतना राजस्व प्राप्त करने के बाद भी सहरसा की बजाय बरौनी से क्लोन स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय अब तक कोसी वासियों को पच नहीं रहा है। लोग इसे किसी साजिश तहत बरौनी भेज देना बता रहे हैं। मांग है कि सहरसा-नई दिल्ली अप डाउन क्लोन स्पेशल ट्रेन फिर से सहरसा से चलाया जाए।
Kyu 12553 jab se saharsha se khulne lagi to barauni walo ko dikkat nhi ho rha hai
ReplyDeletesahi baat hai..
DeleteSaharsa se fir chalaya jaye humsafar exp ko
ReplyDeleteवैशाली जो सहरसा से चलने लगी तो क्या बरौनी वालो को दिक्कत नही थी क्या
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