PATNA: कोसी नदी पर फोरलेन फुलौत पुल से होकर 2024 में आवागमन शुरू होगा. इस पुल को बनाने में सभी तरह की बाधाएं दूर होने के बाद निर्माण कार्य चल रहा है. यह कोसी नदी पर राज्य में सातवां पुल होगा. इस पुल में 4-लेन चौड़ाई वाले इस पुल में 55 मीटर के 128 स्पैन प्रस्तावित हैं.
सड़कों का संपर्क बढ़ेगा
इससे मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज, फुलौत, मधेपुरा और सिंहेश्वरस्थान के साथ सुपौल के पिपरा, सिमराही और बीरपुर के एनएच -31 के साथ सीधा संपर्क स्थापित हो जायेगा. इसके साथ ही करीब 29 किमी लंबाई में एनएच106 बनने से भागलपुर, मुंगेर और खगड़िया जिले को भी कनेक्टिविटी मिलेगी. साथ ही नेपाल, उत्तर और दक्षिण बिहार सहित झारखंड के बीच सड़कों का संपर्क बढ़ेगा.
प्रधानमंत्री पैकेज का हिस्सा
सूत्रों के अनुसार इस पुल का निर्माण प्रधानमंत्री पैकेज का हिस्सा है. इस परियोजना की अनुमानित लागत करीब 1478.4 करोड़ रुपये है. परियोजना की कुल लंबाई करीब 28.91 किमी है, इसमें कोसी नदी पर करीब 6.93 किमी लंबाई में फोरलेन पुल का निर्माण किया जाना है.
पुल के रखरखाव की भी जिम्मेदारी
इस पुल के बनने के साथ ही उदाकिशुनगंज से बिहपुर को जोड़ने के लिए लगभग 29 किमी लंबी सड़क पर भी आवागमन शुरू हो जायेगा. इस पुल का निर्माण मेसर्स एफकॉन्स इन्फास्ट्रक्चर लि मुंबई कर रही है. निर्माण एजेंसी को अगले 10 साल तक पुल के रखरखाव की भी जिम्मेदारी दी गयी है.
मंत्री ने उत्तर प्रदेश सरकार से किया अनुरोध
पटना जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने राज्य के सभी नहरों में पानी की उपलब्धता बढ़ाने का इंजीनियरों और अधिकारियों को निर्देश दिया है. समीक्षा बैठक में वरीय अधिकारियों द्वारा मंत्री संजय कुमार झा को जानकारी दी गयी कि रिहंद जलाशय से बिहार को पिछले कुछ दिनों से पानी नहीं मिल रहा. इस कारण दक्षिण बिहार में सोन नहर प्रणाली में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने में दिक्कत आ रही है.
स्वतंत्र देव सिंह से फोन पर बात की
इस पर जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने समीक्षा बैठक के तुरंत बाद उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से फोन पर बात की. साथ ही रिहंद जलाशय से बिहार के लिए पानी छोड़ने का अनुरोध किया. स्वतंत्र देव सिंह ने उन्हें इस मुद्दे पर तत्काल विचार करने का आश्वासन दिया है.