DARBHANGA: उड़ान योजना के तहत देशभर में शुरू किए गए हवाई अड्डों में सबसे सफल दरभंगा का एयरपोर्ट (Darbhanga Airport) रहा है। बिहार के मिथिला के इस एकमात्र एयरपोर्ट से मिथिला के साथ ही नेपाल और बंगाल के लोग भी लाभान्वित होते हैं। लेकिन, बीते कुछ दिनों से यहां यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह एयरपोर्ट पर होने वाली असुविधा और टिकट का दाम बहुत ज्यादा होना बताया जा रहा है। यात्रियों की संख्या में गिरावट की वजह से आलम यह है कि कई बार कुछ उड़ानों को कैंसल भी करना पड़ रहा है।
क्यों घट रही संख्या, यात्रियों ने बताया
यात्री मणिकांत झा ने बताया कि बारिश के दिनों में यहां स्थिति ऐसी रहती है कि टर्मिनल तक भींगकर जाना पड़ता है। इतना ही नहीं, टर्मिनल के अंदर बैठने के लिए भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है जिसके चलते छोटे बच्चों और बुजुर्गों के साथ यहां से यात्रा करना मुश्किल हो जाता है। हालांकि पिछले सप्ताह अपनी गाड़ी से टर्मिनल बिल्डिंग तक जाने की इजाजत दे दी गई। फिर भी अभी एयरपोर्ट पर काफी दिक्कतें हैं, जिसकी वजह से यहां से यात्रा करना काफी कष्टकारक है।
किराया ज्यादा होना भी मानी जा रही वजह
यात्रियों की संख्या में गिरावट की एक बड़ी वजह पटना से दरभंगा, मधुबनी सहित मिथिला के विभिन्न भागों में सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचना भी बताया जाता है। पहले पटना से सड़क मार्ग से मिथिला की तरफ जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। गांधी सेतु पर जाम से लोगों को जूझना पड़ता था। लेकिन, अब यातायात सुचारू होने के बाद लोग पटना एयरपोर्ट से यात्रा करने को प्राथमिकता देते हैं।
ऑफ सीजन की वजह से भी घट रहे यात्री
इसकी एक वजह दरभंगा और पटना के हवाई किराया में भारी अंतर का होना भी है। हालांकि अगर व्यावहारिक रूप से देखें तो अभी ट्रेनों में भी यात्रियों की संख्या में कुछ गिरावट देखने को मिल रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह ऑफ सीजन का होना है। मतलब अभी मिथिला में ना कोई पर्व-त्योहार है और ना ही शादी-विवाह का लगन वगैरह चल रहा है। ऐसे में यात्रियों की संख्या में गिरावट होना संभव है।
पिछले सप्ताह दरभंगा एयरपोर्ट पर उड़ान और यात्रियों की संख्या