BIHAR: बिहार के कई रेलवे स्टेशनों के विकास (Bihar Railway Station Development) और मेंटेनेंस के लिए विगत 5 सालों में 2915 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। इस बात की जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साझा करते हुए बताया कि जून 2022 तक 1886.62 करोड रुपए खर्च हो चुके हैं। दरअसल राज्यसभा में सुशील कुमार मोदी ने रेलवे के विकास को लेकर उठे सवालों का जवाब देते हुए बताया कि गया रेलवे स्टेशन (Gaya Railway Station Development) के उन्नयन पर 296.32 करोड एवं मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन (Muzaffarpur Railway Station) हेतु 442.01 करोड सहित 738 करोड रुपए स्वीकृत दी गई हैं। दोनों रेलवे स्टेशन का टेंडर ऑर्डर कर दिया गया है, जल्द ही इन रेलवे स्टेशन के आधुनिक विकास (Railway Station Development Modern Facilities) का काम शुरू हो जाएगा।


आधुनिक होंगे अब बिहार के रेलवे स्टेशन

गौरतलब है कि बिहार के कई रेलवे स्टेशनों को बिल्कुल आधुनिक तरीके से बनाए जाने पर जोर दिया जा रहा है। जहां हर आधुनिक सुविधा रेलवे से सफर करने वाले यात्रियों को मिलेगी। उसमें वृहद उन्नयन अंतर्गत रूफ प्लाजा, वेटिंग रुम, शॉपिंग एरिया, लॉन्ज, कैफिटेरिया, लिफ्ट, वाई-फाई, एटीएम सेवा, एक्सीलेटर जैसी तमाम सुविधाएं मौजूद होंगी।

इस दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि 1 अप्रैल 2022 तक बिहार में 66,597 करोड़ की लागत से 5,004 किलोमीटर की लंबाई वाली 52 परियोजनाएं शुरू की जाएंगी, जिसमें 32 नई लाइन, 4 आमान परिवर्तन और 16 दोहरीकरण की योजना निष्पादित की जाएगी।

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बता दे इसमें से 1240 किलोमीटर लंबाई का कार्य पूरा हो चुका है और आगे के कार्य के जल्द पूरा होने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही इसके निर्माण कार्य में अब तक 21,038 करोड रुपए हो चुके हैं। रेल मंत्री द्वारा साझा जानकारी के मुताबिक बिहार में रेल परियोजनाओं पर 2009-14 के बीच 1,132 करोड़ प्रतिवर्ष खर्च किये गए है, जो कि साल 2017 के बाद बढ़ कर 3,061 करोड़ प्रति वर्ष हो गया है।