PATNA: गोरखपुर और क्षेत्र के वासियों को एक और एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर-सिलीगुड़ी के रूप में मिलने वाला है बता दें कि इस एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई लगभग 520 किलोमीटर है। इस एक्सप्रेस-वे के लिए जल्द ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से 2 अगस्त को सक्षम प्राधिकारी की नियुक्ति के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है मिली खबर के अनुसार तीनों जनपद के सक्षम प्राधिकारी भूमि अधिग्रहण को पूरी करेंगे।
बिहार के 11 जिलों से होकर गुजरेगी
गोरखपुर से सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे को राज्य के 11 जिलों से गुजरेगी. फिलहाल इस एक्सप्रेस-वे को नौ जिलों से होकर गुजरने की केंद्र से सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है. इसमें पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, फारबिसगंज और किशनगंज जिले शामिल थे. अब दो अन्य जिले मधेपुरा और सहरसा से होकर भी इस एक्सप्रेस-वे को ले जाने की राज्य सरकार ने केंद्र से मांग की है. इसे लेकर हाल ही में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष प्रस्ताव रखा है. इस पर केंद्रीय मंत्री ने विचार करने का आश्वासन दिया है. फिलहाल इसकी डीपीआर बन रही है और इसी साल निर्माण शुरू कर 2025 तक पूरा करने की समय-सीमा है.
एक्सप्रेस-वे की कुछ खास बिंदु
जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 520 किलोमीटर होगी, इसमें 84 किलोमीटर से अधिक का हिस्सा गोरखपुर,देवरिया व कुशीनगर जनपद में होगा। यह एक्सप्रेसवे फोरलेन का होगा यह एक्सप्रेसवे प्रदेश के 3 जिलों से होकर गुजरेगा। साथ ही एक्सप्रेसवे ग्रीनफील्ड हाईवे के रूप में विकसित किया जाएगा और बाईपास से बनाए जाएंगे।
111 गांव की भूमि होगी अधिग्रहण
यूपी के 3 जिलों से होकर यह एक्सप्रेसवे गुजरेगा और टोटल 111 गांवो की भूमि अधिग्रहण की जाएगी। बता दें कि गोरखपुर जनपद के चौरीचौरा तहसील के 14, कुशीनगर हटा तहसील की 19, कसयां तहसील के 13, तमकुहीराज तहसील के 42 और देवरिया जिले के सदर तहसील के 23 गांवों की भूमि अधिग्रहित होगी।
गोरखपुर जनपद के प्रभावित होने वाले गांव
मलमलिया, चौरीचौरा तहसील के अंतर्गत ब्राहिमपुर, भटगांवा, बैकुंठपुर , छपरा मंसूर , बिसम्भरपुर , पकड़ी, मठिया बुजुर्ग, मठिया पचपेड़, बेलवा बुजुर्ग , मड़ापार , आराजी बसडीला, डुमरी खास बढ़िया बुजुर्ग।