RAGHUNATHPUR: रघुनाथपुर स्टेशन का नाम बदलकर बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ धाम स्टेशन करने के प्रस्ताव के विरोध में ग्राम रक्षा समिति के बैनर तले ग्रामीणों ने स्टेशन परिसर में आक्रोशपूर्ण धरना दिया। इस दौरान समिति के अध्यक्ष सर्वेश सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा जारी रघुनाथपुर का नाम बदलने के तुगलकी फरमान को हम सभी ग्रामवासी कतई नहीं मानेंगे।


समिति के सचिव शैलेश ओझा ने कहा कि बनारस के बाद अगर तुलसीदास की कोई पसंदीदा स्थान था, तो वह रघुनाथपुर ही था। इस गांव का नामकरण भी उनके द्वारा ही किया गया था। मानस की कई चौपाइयों की रचना भी गोस्वामी जी ने रघुनाथपुर में की की थी। सरकार द्वारा रघुनाथपुर का नाम बदलने का मतलब है यहां के इतिहास को बदलना।

ग्रामीणों का कहना था कि स्टेशन का नाम बदलने की जगह यहां एक्सप्रेस गाड़ियों का ठहराव तथा मूलभूत सुविधाओं को बढ़ाने का प्रयास होना चाहिए। इस दौरान समिति की ओर से अपनी 5 सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन स्टेशन प्रबंधक को दिया गया।

इसमें रेलयात्री कल्याण समिति के अध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह तथा महासचिव कृष्ण बिहारी चैबे के अलावा शकील अहमद, प्रभु मिश्र, अक्षय लाल राऊत, मो. मुस्तफा, आकाश मिश्र, गुड्डू पांडे, दाऊ सिंह, राकेश कश्यप, मनीष भारद्वाज, ललन मिश्र रहे।