NATION: मुंबई जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस में पिछले साल तक स्लीपर क्लास की 12 बोगियां होती थीं। इस पर भी वेटिंग 500 तक पहुंच जाती थी। अब इस ट्रेन में स्लीपर की पांच बोगियां बची हैं। जनरल क्लास को छोड़ दिया जाए तो अधिकांश कोच अब एसी के हो गए हैं। पुष्पक एक्सप्रेस की तरह ही लंबी दूरी की ट्रेनों में स्लीपर क्लास की संख्या घटाकर अब एसी बोगियां बढ़ाने की तैयारी है।
रेलवे का दावा है कि उनके स्लीपर क्लास को एसी थर्ड क्लास में अपग्रेड करने की डिमांड आ रही है। लेकिन इन ट्रेनों में स्लीपर क्लास की वेटिंग रेलवे के दावे का साथ नहीं दे रहे हैं। रेलवे जनरल, स्लीपर और एसी क्लास के यात्रियों को उनकी संख्या के अनुपात में विभाजित करते हुए अपनी ट्रेनों के रैक में उनकी क्लास का आवंटन करता है।
अमूमन 22 बोगियों वाली ट्रेन में 10 से 12 स्लीपर, चार से पांच जनरल, एक रसोई यान, दो से तीन एसी थर्ड और एक से दो एसी सकेंड की बोगियां होती हैं। स्लीपर क्लास में लखनऊ से मुंबई की यात्रा पर जहां रेलवे को प्रति यात्री 635 रुपये किराया मिलता है। वहीं एसी थर्ड इकोनोमी में उसे 1560 और एसी थर्ड में 1665 रुपये मिलते हैं। रेलवे अपनी आय बढ़ाने के लिए स्लीपर की बोगियों की संख्या लगातार कम कर उसकी जगह एसी थर्ड की बोगियां बढ़ा रहा है।
अब सितंबर से 15025 मऊ-आनंद विहार एक्सप्रेस, गोरखपुर-पुणे एक्सप्रेस, गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस, और मऊ-आनंद विहार सुपरफास्ट में स्लीपर की दो बोगियां हटाकर एसी थर्ड व एसी फर्स्ट कंपोजिट की एक- एक बोगी बढ़ेगी। गोमतीनगर कामाख्या एक्सप्रेस और गोरखपुर-बटिंडा गाेरखधाम एक्सप्रेस, गोरखपुर ओखा एक्सप्रेस, गोरखपुर जम्मूतवी एक्सप्रेस में स्लीपर की एक बोगी हटाकर एसी थर्ड की दो बोगियां सितंबर से लग जाएंगी।
इतनी हाेंगी अब इन ट्रेनों में बोगियां
- ट्रेन स्लीपर एसी
- मऊ आनंदविहार एक्सप्रेस 5 11
- मऊ आनंदविहार सुपरफास्ट 5 11
- गोमतीनगर-कामाख्या एक्सप्रेस 5 10
- गोरखपुर-पुणेे एक्सप्रेस 5 11
- 12555 गोरखधाम एक्सप्रेस 5 11
- गोरखपुर-यशवंतपुर सुपरफास्ट 5 11
- गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस 5 11
- गोरखपुर-ओखा एक्सप्रेस 5 10
- गोरखपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस 5 10
- भागलपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस 5 10
- गोरखपुर-एलटीटी सुपरफास्ट 5 10
- गोरखपुर-देहरादून एक्सप्रेस 5 8
- मुजफ्फरपुर-देहरादून एक्सप्रेस 5 8
- गोरखपुर-पनवेल एक्सप्रेस 5 11
- गोरखपुर-बांद्रा एक्सप्रेस 5 11
'समय-समय पर इंटरनेट मीडिया पर स्लीपर क्लास के यात्री एसी थर्ड बोगियां लगाने की डिमांड करते हैं। उनको अपग्रेड करने के लिए ही स्लीपर को कम करके एसी थर्ड और एसी थर्ड इकोनोमी बोगियों की संख्या बढ़ायी जा रही है।
-पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे