क्यूल-गया रेलखंड पर नहीं होता समय से ट्रेनों का परिचालन, बढ़ती जा रही मुसीबत

Star Mithila News
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NAWADA: किऊल-गया रेलखंड पर यात्रियों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक्सप्रेस ट्रेनों को छोड़कर सभी फास्ट पैसेंजर और पैसेंजर ट्रेनों का इन दिनों अनियमित परिचालन हो रहा है। आम यात्रियों का संकट दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को मेमू 03356 सवारी गाड़ी गया से समय पर खुली लेकिन नवादा पहुंचने में एक घंटे लेट हो गयी। 03627 और हावड़ा एक्सप्रेस 12023 से तिलैया जंक्शन पर मेल कराना भारी पड़ गया। मंगलवार को और भी संकटपूर्ण समय बीता। 


05404 रामपुर हाट सवारी गाड़ी सुबह 06:05 बजे गया से खुल कर 08:00 बजे नवादा पहुंचने की बजाय 09:05 बजे पहुंची जबकि 07:20 बजे सुबह गया से खुल कर 08:58 बजे नवादा पहुंचने वाली मेमू 03356 ट्रेन 10:39 बजे यानी डेढ़ घंटे लेट नवादा स्टेशन पहुंच सकी। मेमू ट्रेन को वजीरगंज में रोक कर 03389, 03627 और 12023 हावड़ा-गया एक्सप्रेस का मेल कराया गया।

इससे पूर्व बीते शुक्रवार को भी इसी प्रकार अनियमित रूप से मेल कराने के चक्कर में 03356 को पहले पैमार और फिर वजीरगंज में रोक कर रखा गया। इस प्रकार यह गाड़ी नौ बजे की जगह नवादा स्टेशन पर 11 बजे पहुंची। आधे से एक घंटे तक स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव रोज की बात हो गयी है। इस दरम्यान कोई अनाउंसमेंट नहीं करने से यात्री परेशान होते रहते हैं। पूछताछ काउंटर पर भी सही जानकारी नहीं दी जाती।

मनमाने तरीके से मेल कराना पड़ रहा भारी

किऊल-गया रेलखंड पर मनचाहे तरीके से सवारी ट्रेनों का मालगाड़ी से मेल कराया जा रहा है। पैसेंजर ट्रेन को घंटों रोक कर एक साथ दो-दो मालगाड़ियों का मेल कराया जा रहा है। नवादा स्टेशन पर 03355 जैसी महत्वपूर्ण पैसेंजर ट्रेन को रोक पर पहले तिलैया से छोड़ी जाने वाली 03616 फास्ट पैसेंजर ट्रेन का मेल कराया जाता है और फिर करजरा या वजीरगंज जितनी दूरी से आने वाली मालगाड़ी से भी नवादा में ही मेल कराया जाता है। इस स्थायी समस्या से परेशान यात्री अपना संकट डीआरएम तक पहुंचा तो रहे हैं लेकिन कुछ भी सकारात्मक हो नहीं पा रहा है।

तिलैया जंक्शन का संकट है अलग ही

नवादा से जैसे-तैसे 03355 मेमू ट्रेन खुल भी जाती है तो तिलैया जंक्शन पर और भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। तिलैया जंक्शन के आउटर पर इस ट्रेन को खड़ा कर बख्तियारपुर से गया जाने वाली ट्रेन को स्टेशन पर लिया जाता है। मेमू को आउटर पर आधे घंटे तक रोक कर बख्तियारपुर-गया ट्रेन को तिलैया से छोड़ दिया जाता है।

तिलैया जंक्शन पर मेमू की सवारी पहले खुलने वाली ट्रेन से गया जा सकते हैं लेकिन जानबूझ कर यह मौका नहीं दिया जाता है। लगभग हर रोज तिलैया जंक्शन पर मेमू को ले कर किसी मालगाड़ी को गया के लिए भेज कम से कम आधे घंटे तक मेमू ट्रेन को रोक लिया जाता है। दैनिक यात्रियों कहते हैं कि वह एमएसटी का उपयोग करते हैं। लेकिन उन्हें कभी भी नियमित रेल सुविधा नहीं मिल पाती। जब बस पर सफर कर अधिक पैसा खर्च करना ही है तो ट्रेन के उपयोग का क्या मतलब रह जाता है।

फास्ट पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेन समेत मालगाड़ियों की टाइमिंग का ध्यान रखने की सबसे अधिक बाध्यता रहती है इसलिए थोड़ी खींचतान रहती है। लेकिन सवारी गाड़ियों के साथ कोई दोयम दर्जा नहीं अपनाया जाता। किसी-किसी दिन ही ऐसी समस्या रहती है। - अवधेश कुमार सुमन, स्टेशन अधीक्षक, नवादा

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