रतलाम: (Train) में यात्रा करने वाले यात्रियों की सुखद और आरामदायक यात्रा के दावे भारतीय रेलवे (Indian Railways)  करती है , साथ ही अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को हिदायत भी देती है कि यात्रियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाये लेकिन रतलाम मंडल (Ratlam Railway Division) के स्टाफ द्वारा एक रेल यात्री को जो जवाब मिला उसने रेलवे के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।


दरअसल रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए रेल मदद एप (Rail Madad App) बनाया हुआ है। सफर के दौरान किसी भी तरह की परेशानी के समय इस एप की मदद ली जा सकती है। रतलाम में जब एक यात्री ने इस एप पर जानकारी मांगी तो उसे जो जवाब मिला वो ना सिर्फ चौकाने वाला है  बल्कि रेलवे स्टाफ के व्यवहार पर भी सवाल खड़े कर रहा है।

पूरा मामला रतलाम में गोल्डन टेम्पल एक्सप्रेस का है, शुक्रवार को यात्री (mp rail passengers) ने रेल मदद एप पर मैसेज कर पूछा कि “ट्रेन कितनी लेट है?” उधर से जवाब आया – “कितनी भी लेट हो, आपके पिताजी का क्या जाता है?” जवाब पढ़कर यात्री हैरान रह गया, उसने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों से इसकी शिकायत की।

यात्री की शिकायत मिलते ही रेलवे प्रशासन हरकत में आया और रतलाम रेल मंडल में रेल मदद एप पर जानकारी देने और अपडेट करने वाले ऑपरेटिंग विभाग के तीन कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Three employees of Ratlam Railway Division suspended) कर दिया। हालांकि निलंबित किये गए कर्मचारी रेल मदद एप के हैक होने की बात कह रहे हैं , मामला जांच में ले लिया गया है।

यात्रियों के लिए जारी किये गए रेल मदद एप के जरिये यात्री सफर के दौरान कोच में लाइट, नहीं जलने, पंखे नहीं चलने, पानी नहीं होने, गंदा पानी सप्लाई होने, AC काम नहीं करने , बेडरोल नहीं मिलने आदि की शिकायत कर सकते हैं साथ ही ट्रेन के सम्बन्ध में भी जानकारी ले सकते हैं।

रेल मदद एप 24 घंटे 7 दिन सक्रिय रहता है , इस पर राउंड दि क्लॉक स्टाफ तैनात रहता है, रेलवे  दावा करता है कि यात्री की समस्या का समाधान 7 मिनट में कर दिया जाता है। समाधान के बाद यात्री को मैसेज  जरिये अपडेट भी किया जाता है।