जयपुर. अक्टूबर के महीने में दशहरा, दीवाली और फिर छठ (Dussehra Diwali and Chhath) तीन बड़े त्योहार आने वाले हैं. कोविड के बाद इन तीनों त्योहारों पर ट्रेनों में लाखों की तादाद में यात्री सफर करने वाले हैं. उत्तर पश्चिम रेलवे ने इन तीनों त्योहारों को देखते हुए फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें (Festival special trains) चलाने की कवायद शुरू कर दी है ताकि यात्रियों को आसानी से रिजर्वेशन और सीट मिल सके. (ads1) इन तीनों के त्योहारों के मद्देनजर उत्तर पश्चिम रेलवे मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, बैंग्लुरु, पटना और हैदराबाद समेत विभिन्न बड़े स्टेशनों के लिये ट्रेनें चलाने पर विचार कर रहा है. जल्द ही 10 से 15 फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी.


उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ कैप्टन शशि किरण के अनुसार कोविड के दौरान लोग घरों से बाहर नहीं निकले और त्योहार भी फीके रहे. लेकिन इस बार कोविड के बाद तीनों बड़े त्योहारों पर बड़ी संख्या में यात्रियों के अपने कार्यस्थल से घर आने-जाने की संभावनाएं हैं. उम्मीद है कि इन तीनों त्योहारों पर ट्रेनों में यात्रियों का भारी दबाव रहेगा. इसके लिये उत्तर पश्चिम रेलवे ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है. उन लंबे रूटों की समीक्षा की जा रही है जहां अभी से रिजर्वेशन के लिए मारामारी होने लग गई है. ऐसे में जल्द ही उत्तर पश्चिम रेलवे अस्थाई तौर पर फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का संचालन करेगा.

इन लंबे मार्गों पर संचालित होंगी ट्रेनें
सीपीआरओ शशि किरण के अनुसार शुरुआती समीक्षा में जिन रूट्स को रेखांकित किया गया है उनमें जयपुर से मुंबई, बीकानेर से मुंबई, अजमेर से मुंबई, जयपुर से पटना, जयपुर से दिल्ली, जयपुर से लखनऊ और जोधपुर से कोलकाता शामिल हैं. इनके अलावार जयपुर से कोलकाता, जयपुर से हैदराबाद और जयपुर से बेंगलुरु मार्ग भी प्रस्तावित है. उत्तर पश्चिम रेलवे के चारों मंडल से चलने वाली ट्रेनों में ये वो रूट है जिन पर आम दिनों में भी यात्रियों का दबाव रहता है. ऐसे में त्योहार पर इन ट्रेनों में यात्रियों को आसानी से सीट नहीं मिल पाएगी. लिहाजा इन रूट्स पर त्योहार स्पेशल ट्रेनों का अस्थाई संचालन किया जाएगा. (ads2)

अधिकतम दो महीने तक ही संचालित होंगी
रेलवे के अनुसार फिलहाल समीक्षा बैठकें जारी हैं और रूट्स की सूचना एकत्रित कर ली गई है. अब जल्द ही 10 से 15 फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया जा सकता है. इन शहरों के लिए चलने वाली स्पेशल ट्रेनों का टाइम टेबल भी जल्द ही जारी किया जा सकता है. ये ट्रेनें अधिकतम दो महीने तक ही संचालित होंगी. रेलवे इससे पहले भी फेस्टिवल और मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन करता रहा है.