वाराणसी। बरेका के रेल इंजन मेक इन इंडिया के साथ मेड इन इंडिया होंगे। इसमें लगने वाले सभी पार्ट्स देश की कंपनियों से खरीदने पर बरेका काम कर रहा है। अब तक 99 फीसदी पार्ट्स देश की कंपनियों से ही खरीद जा रहे। (ads1) महज एक पुर्जे के लिए विदेशी कंपनी का सहारा लेना पड़ रहा, हालांकि अगले साल तक यह भी देश में ही बनने की उम्मीद है। बरेका इसके लिए अपने स्तर से भी प्रयासरत है।


बरेका में विद्युत रेल इंजन निर्माण का क्रम साल 2017 से शुरू हुआ, जिसमें देसी व विदेशी कंपनियों से पार्ट्स मंगाए जाते थे। वर्तमान में केवल प्राइमरी वोल्टेज ट्रांसफार्मर ही ऐसा है, जिसके लिए स्विटजरलैंड की कंपनी पर निर्भर रहना पड़ रहा है। विदेशी कंपनी पर यह निर्भरता भी समाप्त करने के लिए मुंबई, बेंगलुरू समेत अन्य शहर की चार कंपनियों से बरेका न केवल संपर्क में है बल्कि कंपनियों को यह पार्ट्स बनवाने में मदद भी कर रहा है।

देसी कंपनियों से खरीद रहे प्रमुख पार्ट्स
इंजन निर्माण के लिए शेड, ह्वील, बोगी, ट्रैक्शन मोटर से लेकर अन्य सभी पार्ट्स देसी कंपनियों से खरीदे जा रहे हैं। कुछ पार्ट्स का बरेका अपने स्तर से यहीं निर्माण भी कर रहा है।

बरेका, सीपीआरओ, विजय ने बताया कि बरेका अगले साल तक देसी कंपनियों से ही प्राइमरी वोल्टेज ट्रांसफार्मर की खरीद करने की तैयारी में है। इसके लिए अलग-अलग कंपनियों से निर्माण में मदद भी ली जा रही है। देश की कंपनी से यह पार्ट्स खरीदने से यहां के इंजन पूर्णत स्वदेशी होंगे। वहीं विदेशों से खरीद के लिए विभिन्न औपचारिकताएं पूरी नहीं करनी होंगी।

पूर्वांचल स्तर पर भी खरीद
बरेका लोकर स्तर पर भी पार्ट्स खीदकर पूर्वांच के उद्दोग को गति दे रहा है। इससे रोजगार भी मुहैया हो रहे हैं। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि स्थानीय स्तर की 22 कंपनियों को वेंडर के तौर पर पंजीकृत किया गया है। इनसे भी बड़े-छोटे पार्ट्स खरीदे जाते हैं।