झुंझुनूं. अब स्थानीय रेलवे स्टेशन से बिजली से संचालित होने वाली ट्रेन दौड़ती नजर आएंगी. रेल अधिकारियों की मानें तो रेल यात्रियों के लिए यह बड़ी सुविधा अगले महीने अक्टूबर से मिल सकती है. बिजली की ट्रेन शुरू होने से यात्रियों को राहत मिलेगी.
उत्तर पश्चिम रेलवे जोन के अधिकारियों ने बताया कि बिजली की ट्रेन चलाने के लिए ट्रैक्शन सब स्टेशन (टीएसएस) बनाना होता है. इस ट्रैक्शन सब स्टेशन का काम गुढ़ा खटाना में चल रहा है. अधिकारियों के मुताबिक सितंबर के आखिरी तक काम पूरा हो जाएगा. इसके बाद अक्टूबर माह में बिजली इंजन से ट्रेन का संचालन शुरू होगा.
उत्तर पश्चिम रेलवे की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि रेल विद्युतिकरण काम के बाद कमिश्नर रेल सेफ्टी (सीआरएस) टीम का निरीक्षण हो चुका है और अनुमति मिल चुकी है. बिजली की ट्रेन के संचालन के लिए ट्रैक्सन सब स्टेशन (टीएसएस) बनाना होता है. जिसका काम चल रहा है. सितंबर में काम पूरा हो जाएगार. काम पूरा होते ही अगले महीने अक्टूबर से बिजली की ट्रेन चलने लगेगी.
बिजली से ट्रेन चलाने के लिए जनवरी माह में कमिश्नर रेल सेफ्टी का इंस्पेक्शन हुआ था. सीआरएस में हरी झंडी मिलने के बाद जल्द ट्रेन के संचालन की उम्मीद जगी थी, लेकिन आठ महीने गुजर जाने के बाद भी ट्रेन नहीं चली. वहीं बिजली के इंजन संचालन के लिए सीकर से लोहारू तक का काम पूरा हो चुका है, लेकिन सीकर से चूरू के बीच काम चल रहा है. इस संबंध में सांसद नरेंद्र खीचड़ का कहना है कि रेल मंत्री व डीआरएम से मिलकर जल्द ही बिजली की ट्रेन का संचालन करवाया जाएगा.
क्या होता है ट्रैक्शन सब स्टेशन
ट्रैक्शन सब स्टेशन लो वोल्टेज को हाई वोल्टेज तथा हाई वोल्टेज को लो वोल्टेज में बदलने का काम करता है. इससे बिजली के प्रवाह को संतुलित करने में मदद मिलती है. बिजली इंजन के संचालन में इसका महत्वपूर्ण कार्य होता है.
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रेल विद्युतीकरण से यात्रियों को होगा फायदा
बिजली की ट्रेन का चलाए जाने से यात्रियों व रेलवे दोनों को सुविधा होगी. बिजली की ट्रेन का संचालन होने से रेल की गति बढ़ेगी. इसके साथ ही डीजल इंजन से होने वाला वायु और ध्वनी प्रदूषण भी रोका जा सकेगा. इस तरह पर्यावरण संरक्षण में भी यह उपयोगी है.