दिवाली में एक महीना बाकी है पर ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। बिहार व पूर्वांचल जाने वाली कई ट्रेनों में नो रुम के हालात बन गए हैं। राप्ती गंगा के स्लीपर में वेटिंग लिस्ट चार सौ के पार है, जबकि अवध आसाम, मुजफ्फरपुर सप्तक्रांति में भी वेटिंग लिस्ट तीन सौ से ऊपर उछाल लेनी लगी है। रेलगाड़ियों में मारामारी के हालात छठ पूजा के बाद तक रहने के आसार है। (ads1)

अक्तूबर में धन तेरस, दिवाली व भैया दूज और एक हफ्ते बाद छठ के पर्व से ट्रेनों में हालात गड़बड़ाने लगे है। दिवाली का त्योहार ठीक एक महीने बाद है। पर इस दौरान बिहार, पूर्वांचल व बंगाल जाने वाली ट्रेनों में रश बढ़ गया है। अमूमन पहले से फुल रहने वाली कई रेगुलर ट्रेनों में इस बार हालात ज्यादा विकट है।


चार सौ की वेटिंग लिस्ट के बाद नो रुम के हालात बनने लगे है। ट्रेनों में रश दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस से बढ़नी शुरू हो जाएगा। 22 अक्तूबर को गोरखपुर, मुजफ्फरपुर, वाराणसी, डिब्रूगढ़ व आसाम की ओर जाने वाली तमाम गाड़ियां पैक है। ट्रेनों में भीड़ का सिलसिला तीन व चार नवंबर तक चलेगा। देहरादून से मुजफ्फरपुर जाने वाली राप्ती गंगा में 22 अक्तूबर को स्लीपर कोच में चार सौ की वेटिंग है। (ads2)

उपासना एक्सप्रेस में 22 को 249, 23 अक्तूबर को 187 वेटिंग है। 22 अक्तूबर को वाराणसी जाने वाली काशी विश्वनाथ में 190, 23 को 179 वेटिंग है। इसी तरह आनंद विहार से मुजफ्फरपुर जाने वाली मुजफ्फरपुर सप्तक्रांति एक्सप्रेस में 22 को 271, 23 को 292, 24 को 258, 27 अक्तूबर को 300 वेटिंग है। अवध आसाम एक्सप्रेस में 22 को 200, 25 को 306 व 26 अक्तूबर को 225 वेटिंग चल रही है। 

सीनियर डीसीएम मुरादाबाद, सुधीर सिंह ने कहा कि त्योहार पर लंबी वेटिंग को देखते हुए ट्रेनों का ब्योरा जुटाया गया है। वेटिंग लिस्ट को क्लियर कराने के लिए मांग के अनुसार अतिरिक्त कोच या स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इस बारे में प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है।