नई दिल्ली. देश में अब मौसम का मिजाज बदल रहा है. गर्मी और बारिश के बाद अब सर्दी दस्तक देने के लिए तैयार है. ये वो समय है जब उत्तर भारत में डेंगू और चिकनगुनिया का आतंक रहता है. ऐसे में इस बीमारी को फैलाने वाले मच्छर के खात्मे के लिए भारतीय रेल ने भी कमर कस ली है. लिहाजा शुक्रवार को दिल्ली से एक मच्छर मार स्पेशल ट्रेन चलाई गई.(ads1)
मच्छर मार टर्मिनेटर ट्रेन यानी मॉस्क्विटो टर्मिनेटर ट्रेन को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. 6 सप्ताह में कुल 12 बार ये ट्रेन चलाई जाएगी. मच्छर प्रजनन के मौसम में इसके जरिए सप्ताह में दो बार कीटनाशकों का छिड़काव किया जाएगा. मकसद ये है कि ट्रेन की पटरियों के पास मच्छर न पनपे.
ऐसे होगा छिड़काव
बता दें कि इस ट्रेन में डिब्बे नहीं हैं. इन पर हाई प्रेशर वाले ट्रक खड़े हैं. इन ट्रकों का काम मच्छरमार दवाई का स्प्रे करना है. इस दौरान ट्रेन की रफ्तार भी महज 20 किलोमीटर प्रति घंटा रहती है. डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया से बचाव के लिए हर साल ये स्पेशल मच्छर मार ट्रेन चलाई जाती है. ये पटरी के किनारे दवाई का छिड़काव करती है.
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मच्छर मार टर्मिनेटर ट्रेन (मॉस्क्विटो टर्मिनेटर ट्रेन) को आज नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। 6 सप्ताह में कुल 12 बार यह ट्रेन चलायी जाएगी मच्छर प्रजनन के मौसम में प्रत्येक सप्ताह मे दो बार कीटनाशकों का छिड़काव किया जाएगा। pic.twitter.com/vSS286CFX9
— DRM Delhi NR (@drm_dli) September 16, 2022
मिलेगी बड़ी राहत
ये ट्रेन हजारों लोगों को चिकनगुनिया और डेंगू से बचाने में काफी मददगार साबित होगी. अधिकारियों के मुताबिक कीटनाशक न केवल लार्वा को खत्म करेंगे बल्कि मच्छरों को भी बेअसर करेगा. ये रेल पटरियों के किनारे झुग्गियां में बड़ी संख्या में रहने वाले लोगों के लिए राहत की खबर है. कई इलाकों में घरों से निकलने वाला गंदा पानी रेलवे ट्रैक के किनारे जमा हो जाता है. जिससे मच्छर पनपते हैं.