जयपुर. अगले महीने दशहरा, फिर दीवाली और फिर छठ, ये तीन बड़े त्यौहार आने वाले है और कोविड के बाद इन तीनों त्यौहारों पर रेलों में लाखों की तादाद में यात्री सफर करने वाले है. उत्तर पश्चिम रेलवे ने इन तीनों त्यौहारों को देखते हुए समीक्षा शुरू कर दी है और यात्रियों को आसानी से सीट मिल सके और रिजर्वेशन को आसान बनाया जा सके इसकी कवायद अभी से शुरू कर दी है. (ads1)   



बता दें कि कोविड के दौरान लोग घरों से बाहर नहीं निकले और त्यौहार भी फीके रहे लेकिन इस बार कोविड के बाद तीन बड़े त्यौहार आने जा रहे है और इन तीनों त्यौहारों में रेलों में यात्रियों का सैलाब उमड़ने वाला है. उत्तर पश्चिम रेलवे ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है और उन लंबे रूटों की समीक्षा की जा रही है जहां अभी से रिजर्वेशन के लिए मारामारी है. ऐसे में जल्द ही उतर पश्चिम रेलवे अस्थाई तौर पर रेलों की संचालन करने जा रहा है.

शुरूआती समीक्षा में जिन रूट्स को रेखांकित किया गया है उन में जयपुर से मुंबई, बीकानेर से मुंबई, अजमेर से मुंबई, जयपुर से पटना, जयपुर से दिल्ली, जयपुर से लखनऊ, जोधपुर से कोलकत्ता, जयपुर से कोलकत्ता, जयपुर से हैदराबाद, जयपुर से बेंगलुरू है. उत्तर पश्चिम रेलवे के चारों मंडल से चलने वाली रेलों में ये वो रूट है जिस पर आम दिनों मे भी यात्रियों का दबाव रहता है तो ऐसे में त्यौहार पर इन रेलों में यात्रियों को आसानी से सीट नहीं मिल पायेगा.  लिहाजा इन रूट्स पर त्यौहार स्पेशल रेलों का अस्थाई संचालन किया जा सकता है.

(ads2)

फिलहाल समीक्षा बैठकें जारी है और रूट्स की सूचना एकत्रित कर ली गई है. अब जल्द ही 10 से 15 रेलों का संचालन शुरू किया जा सकता है. इन शहरों के लिए चलने वाली स्पेशल रेलों का टाइम टेबल भी उत्तर पश्चिम रेलवे जल्द ही जारी कर सकता है. हालांकि ये ट्रेनें अधिकतम दो महीने तक ही संचालित होगी.

ट्रेन और सड़क संबंधित सभी जानकारी एक साथ, सबसे पहले आपका अपना सबसे ज्यादा भरोसेमंद न्यूज़ चैनल स्टार मिथिला न्यूज़ पर।