मुंगेर। मालदा रेल मंडल के अवैध रेल क्रासिंग को बंद करने की कवायद शुरू कर दी है। चहारदीवारी या रेलवे स्लीपर लगाकर अवैध क्रासिंग को बंद किया जाएगा। दरअसल, आने वाले दिनों में मालदा-किऊल रूट पर पहली तेजस राजधानी एक्सप्रेस का परिचालन होना है, ऐसे में अवैध रेलवे क्रासिंग को बंद किया जाएगा ताकि राजधानी के परिचालन में किसी तरह की रूकावटें नहीं हो। चहारदीवारी निर्माण के पीछे रेलवे का उद्देश्य रेल दुर्घटनाओं को रोकना है। (ads1) बरियारपुर से किऊल के बीच चार से पांच जगहों पर अवैध रेलवे क्रासिंग ग्रामीणों ने बना रखा है। इससे आए दिन रेल हादसा होने की संभावना बनी रहती है। पांच वर्षों के आंकड़ों पर गौर करें तो आधा दर्जन बार अवैध क्रासिंग पर ट्रेन और वाहनों में टक्कर हुई है। गनीमत यह रही कि ट्रेन पटरी से नहीं उतरी। अब रेलवे ऐसे अवैध फाटकों को बंद करने का निर्णय लिया है। बरियारपुर, ऋषिकुंड, धरहरा, कजरा, दैताबांध, अभयपुर के पास अवैध रेलवे क्रासिंग है। इन जगहों पर हादसे होते हैं।
सुरक्षित परिचालन को करना होगा पुख्ता इंतजाम
ट्रेनों का परिचालन सुरक्षित और सुगम करने के लिए भागलपुर-किऊल रेलखंड पर अवैध रेल क्रांसिंग को बंद करना होगा। रेलवे के लिए यह बड़ी चुनौती बन गई है। दिन में अवैध क्रासिंग पार करने वाले वाहनों पर ट्रेन चालकों की नजर पड़ जाती है, लेकिन रात में यह काफी मुश्किल हो जाता है। अवैध क्रासिंग पर गुजरने वाले वाहनों की जानकारी न तो पास के स्टेशनों को रहती है और न नहीं चालक और ड्राइवर को। ऐसे में अवैध फाटक को बंद नहीं किया गया तो कभी भी बड़ा रेल हादसा हो सकता है। इस सेक्शन पर तीन जगहों पर अवैध क्रासिंग है। इसमें दैताबांध, कमरगंज और ऋषिकुंड हाल्ट मुख्य है। लाइन के दोनों ओर कई गांव होने की वजह से लोग अवैध तरीके से वाहन के साथ पटरी क्रास करते हैं।
लोगों को खुद होना होगा जागरूक
ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन के लिए अवैध तरीके से पटरी पर वाहन पार करना बंद करना होगा। इसके लिए आम लोग और समाजिक कार्यकर्ताओं को आगे आने की जरूरत है। जब तक लोगों को जागरूक नहीं करेंगे, तब तक अवैध क्रासिंग पर वाहन को पार कराने का सिस्टम बंद नहीं होगा। अवैध रेलवे क्रासिंग का निर्माण खुद स्थानीय लोग अपनी सुविधा के अनुसार कर देते हैं। कई बार स्लीपर से बंद भी किया गया है। लोग रेलवे के वैद्य समपार फाटक से ही आवाजाही करें। (ads2)
वैध समपार फाटक पर रेलवे कर्मचारी तैनात रहते हैं। जो ट्रेनों के आने पर फाटक को बंद करते हैं। रेलवे ट्रैक पार करने के लिए जल्दबाजी नहीं करें। आरपीएफ लगातार जागरूक कर रही है, खुद को जागरूक होना पड़ेगा। अवैध क्रासिंग बंद करने के लिए स्थानीय प्रशासन को भी पत्राचार किया जा रहा है। जरा सा शाटकर्ट अपनाने के चक्कर में लोग हादसे हो रहे हैं। -यतेंद्र कुमार, रेल मंडल प्रबंधक, मालदा रेल मंडल।