मुजफ्फरपुर में रेल इंजन के पार्ट्स की चोरी केस में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। बताया जा रहा है बरौनी के गड़हारा रेलवे यार्ड से चोरी हुए 16 रेल इंजन के सभी पार्ट्स-पुर्जे खपाने वाला मनोहर साह फरार है। आशंका है कि वह नेपाल भाग गया है।

बता दें कि बरौनी के पास गड़हारा रेलवे यार्ड में खराब इंजन लगाया जाता है। जहां से चोरों का एक गिरोह रेल इंजन में लगे तांबा का वायर और एलुमिनियम के पार्ट्स को चोरी कर जिले के विभिन्न स्क्रैप कारोबारी के हाथों बेच दिया करता था। इसका खुलासा होने पर रेल पुलिस ने चोरी की प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी। रेल पुलिस ने गड़हारा के आसपास के इलाकों से तीन चोर को पकड़ा।

इस गिरोह के सरगना चंदन कुमार से पूछताछ के आधार पर मुजफ्फरपुर के प्रभात नगर कॉलोनी के मनोहर लाल साह के स्क्रैप गोदाम पर छापेमारी की गई और वहं से चोरी हुए 13 बोरा रेलवे के इंजन पार्ट्स बरामद किए गए।

16 इंजन के करीब 30 करोड़ के पुर्जे बेच चुका है मनोहर साह

उसने अपने गोदाम में रेल इंजन के कल पुर्जों को गला कर नेपाल और आंध्र प्रदेश में खपा दिया है। जिन रेल इंजनों के पुर्जे मनोहर ने पचाए उनमें एक-एक इंजन की कीमत करीब 2 करोड़ है। इस हिसाब से मनोहर, 16 इंजन के करीब 30 करोड़ के पुर्जे बेच चुका है। अब गड़हारा यार्ड में इन इंजनों का ढांचा भर बचा है। मनोहर पर 2010 में रेलवे का चोरी का सामान खरीदने के जुर्म में मुजफ्फरपुर आरपीएफ में दो केस भी हुए थे। वह दो बार जेल भी जा चुका है।

वह उत्तर बिहार के 12 जिलों के विभिन्न स्टेशनों से चोरी हुई रेलवे की संपत्ति की खरीद-बिक्री करता है। गुरुवार की देर रात तक मुजफ्फरपुर स्थित उसके घर पर छापेमारी हुई थी। मनोहर की संपत्ति की जांच ईडी या इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से कराने का निर्णय आरपीएफ ने किया है।

115 एकड़ में फैले गड़हारा यार्ड से सुरंग बनाकर होती थी चोरी

डेढ़ साल से 115 एकड़ में फैले गड़हारा यार्ड में डीजल इंजन के पुर्जों की चोरी सुरंग बनाकर हो रही थी। लेकिन आरपीएफ को भनक तक नहीं लगी। एक दिन सुरंग से निकलते हुए लोगों को वहां मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों ने देखा तो आरपीएफ को सूचित किया। इसके बाद गुड्डू निषाद, मुकेश कुमार उर्फ सैटलवा फिर सनी कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया । इनकी निशानदेही पर ही मनोहर साह तक आरपीएफ पहुंची।

बोरी में इंजन: डीजल इंजन के पार्ट बोरियों में बरामद

आरपीएफ ने मनोहर के गोदाम के सामान को जब्त कर उसके भांजे को जिम्मेनामा पर दिया है। गुरुवार को भगवानपुर के प्रभात नगर में मनोहर साह के गोदाम पर करीब 5 घंटे तक छापेमारी हुई थी। इसमें गड़हारा यार्ड में खड़े डीजल इंजन के चोरी के पार्ट्स बरामद हुए हैं। तांबे का तार व अन्य कीमती सामानों को वह गला चुका था। फिर भी चोरी का 13 बोरा सामान बरामद हुआ है। इसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ बताई जाती है।

20 साल पहले कबाड़ खरीदता था मनोहर

20 साल पहले मनोहर ठेला पर कबाड़ खरीदता था। धीरे-धीरे उसका संपर्क रेलवे का लोहा, तांबा व तार समेत अन्य सामान चोरी करने वाले गिरोह से हुआ। वह रेलवे का चोरी का सामान खरीदने लगा। इस धंधे में अधिक आमदनी देख मनोहर ने बोचहां स्थित अपनी पैतृक जमीन में से 10 कट्ठा बेचकर इस धंधे में पैसा लगाया। जेल से छूटने के बाद मनोहर ने मुजफ्फरपुर में दो बर्तन की दुकान खोली। इसकी आड़ में वह चोरी के सामान की खरीद-बिक्री बड़े पैमाने पर करने लगा।

पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से भी गायब हुआ था इंजन
इंजन चोरी होने की घटना नई नहीं है। 21 दिसंबर 2021 को पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने रेल इंजन बेच दिया था। वह जेल में है।

समस्तीपुर से 2021 में 25 पुराना डीजल इंजन आया था। मनोहर साह को गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीम गठित की गई है। गिरफ्तारी के बाद अन्य तथ्य सामने आएंगे।
-एससी पाढ़ी, आईजी, आरपीएफ