सहरसा। कोसी और मिथिलांचल इसी माह फारबिसगंज रेल नेटवर्क से जुड़ जायेगा। नवंबर के अंत तक या दिसंबर से अंतराष्ट्रीय महत्व वाले नरपतगंज-फारबिसगंज रेलखंड को चालू कर सहरसा से फारबिसगंज तक ट्रेन दौड़ाने की योजना है।
20 नवंबर को होगा CRS निरीक्षण
20 नवंबर को नरपतगंज -फारबिसगंज (16 किमी) आमान परिवर्तन कार्य का ईस्टर्न सर्किल कोलकाता के सीआरएस सुवोमोय मित्रा के निरीक्षण की तिथि तय की गई है।
सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड 14 साल बाद फिर से शुरू होगा
सीआरएस अपने निरीक्षण में स्पीड ट्रायल कर नवनिर्मित रेललाइन, पुलों व अन्य कार्यों को देखेंगे । सीआरएस से हरी झंडी मिलते ही रेलवे बोर्ड ट्रेन परिचालन की तिथि और समय सारिणी तय करेगा। इसके साथ ही अगस्त 2008 में आई कुसहा त्रासदी के बाद सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड 14 साल बाद फिर से शुरू होगा।
सीपीआरओ ईसीआर वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि नवंबर में ही नरपतगंज-फारबिसगंज आमान परिवर्तन कार्य को पूरा कर रेल नेटवर्क से जोड़ने की योजना बनाई गई है। सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड ने समय भी तय कर लिया है।