सहरसा। सहरसा में 700 मीटर की एक और रेललाइन बिछेगी। वहीं सहरसा स्टेशन के रेललाइन नंबर 12 को 11 से लिंक किया जायेगा।
इस व्यवस्था का फायदा यह होगा कि नई रेललाइन पर यात्री ट्रेन या मालगाड़ी के रैक को रखने की जगह मिल जायेगी। स्टेशन के लाइन नंबर 12 को 11 से लिंक करने से बगैर लोको रिवर्सल के यात्री और मालगाड़ी ट्रेन मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार और सुपौल रूट को आने जाने लगेगी। लोको रिवर्सल कर मानसी के लिए ट्रेन जाने लगेगी। समस्तीपुर मंडल के डीआरएम आलोक अग्रवाल ने कहा कि सहरसा स्टेशन से दक्षिण वाशिंग पिट पास एक और स्टेबलिंग लाइन का निर्माण किया जायेगा।
बिना रिवर्सल पूर्णिया और सुपौल को जाएंगी ट्रेनें
करीब 700 मीटर की नई स्टेबलिंग लाइन बिछने के बाद उसका उपयोग यात्री ट्रेन या मालगाड़ी के रैक को रखने के लिए किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सहरसा स्टेशन के लाइन नंबर 12 को 11 से लिंक किया जायेगा। इसका फायदा यह होगा कि लिंक किये जाने के बाद बगैर इंजन रिवर्सल के मधेपुरा और सुपौल रूट के लिए यात्री ट्रेन व मालगाड़ी का परिचालन होने लगेगा। वहीं लोको रिवर्सल कर मानसी रूट के लिए ट्रेन चलाने की सुविधा बहाल हो जायेगी। उन्होंने कहा कि इन दोनों कार्य के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजने हेतु कागजी प्रक्रिया की जा रही है। अनुमान है कि एक करोड़ या उससे अधिक राशि से इन कार्यों को पूरा कर लिया जायेगा। जोन से ही फंड उपलब्ध होने की कोशिश रहेगी।
ट्रेनों के प्लेस होने की जगह बनने पर यात्रियों को होगा फायदा सहरसा स्टेशन और यार्ड में ट्रेनों के प्लेस होने की जगह बनने पर यात्रियों को फायदा होगा। प्लेटफार्म स्थित लाइनों के खाली होने पर ट्रेन लेने के इंतजार में आउटर या नजदीक के किसी स्टेशन या हॉल्ट पर ट्रेन को तय समय से अधिक रोकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। समय पर ट्रेनों के आगमन प्रस्थान की व्यवस्था होने के बाद यात्रियों का सफर सुलभ होगा।
पिट पास दो और स्टेबलिंग लाइन बनाने का स्थानीय स्तर से प्रस्ताव यात्री ट्रेन या मालगाड़ी का रैक रखने के लिए वाशिंग पिट पास 700 मीटर का एक और स्टेबलिंग लाइन बनाने के लिए डीआरएम प्रयासरत हैं। वहीं सूत्रों की माने तो दूसरा वाशिंग पिट बनने और फारबिसगंज रूट चालू होने के बाद बढ़ने वाली कंजक्शन को देखते स्थानीय स्तर पर विभिन्न विभागों के द्वारा आंकलन करते वाशिंग पिट पास दो और नई स्टेबलिंग लाइन निर्माण की जरूरत से संबंधित प्रस्ताव तैयार कर मंडल को भेजा गया है। कहा जा रहा है कि अगर वाशिंग पिट पास तीन स्टेबलिंग लाइन बन जाय तो ट्रेनों के रैक को रखने के लिए पर्याप्त जगह मिल जायेगी। पर्याप्त स्टेबलिंग लाइन बन जाने के बाद ट्रेनों के विस्तार में लाइन की कमी बाधक नहीं बन पायेगी।
सालभर के अंदर होगा दोनों का निर्माण कार्य
सहरसा स्टेशन पर पहले लाइन नंबर 12 को 11 से लिंक किया जायेगा। इसके लिए सर्वे करा लिया गया है। डीआरएम ने कहा कि पहले लाइन नंबर 12 को 11 से जल्द से जल्द लिंक करने की योजना है। इसके बाद 700 मीटर वाले स्टेबलिंग लाइन का निर्माण किया जायेगा। साल भर के अंदर दोनों कार्य को पूरा कराने की कोशिश रहेगी। जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी।
मेन लाइन बाधित नहीं रहे उसके लिए व्यवस्था
लाइन 12 को 11 से लिंक करने का उद्देश्य यह भी है कि मेन लाइन डिस्टर्ब नहीं रहे। लाइन नंबर 12 के 11 से लिंक हो जाने के बाद कमोबेश हर मालगाड़ी को इस होकर ही चलाने का प्लान है। वहीं इस लाइन से सुपौल से आने वाली ट्रेन मधेपुरा और मधेपुरा से आने वाली सुपौल रूट के लिए चली जायेगी। मानसी रूट जाने के लिए भी एक और ट्रैक मिल जायेगा। ऐसे में मेन लाइन 1 और 2 डिस्टर्ब नहीं होगी और इसके खाली होने के बाद अधिक कोच वाली एक्सप्रेस ट्रेनों को यहां लेने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। डीआरएम ने कहा कि मेन लाइन डिस्टर्ब नहीं होने से बंगाली बाजार रेलवे ढाला स्थित फाटक कम गिरेगा। इस व्यवस्था के बाद यह सुविधा भी मिल जायेगी।