सहरसा : बिना इंजन रिवर्सल के सहरसा और दरभंगा ट्रेन जायेगी आयेगी। इसके लिए रेलवे सरायगढ़ और ललितग्राम में बायपास लाइन का निर्माण करेगा।

सरायगढ़ स्टेशन से पहले झाझा से लेकर बैजनाथपुर अन्दौली तक करीब 5.42 किमी में बायपास का निर्माण किया जायेगा। यह लाइन 4 नंबर लाइन से घूमते हुये आसनपुर कुपहा में मिलेगी। यही लाइन आगे निर्मली, झंझारपुर होकर दरभंगा को जायेगी। वहीं ललितग्राम स्टेशन से पहले गैड़ा नदी से रानीपट्टी तक बायपास लाइन का निर्माण होगा। यह लाइन छातापुर हॉल्ट पास मिलेगी और फारबिसगंज जायेगी। इस दोनों बायपास लाइन से गुजरने वाली ट्रेन सरायगढ़ और ललितग्राम स्टेशन नहीं जायेगी। 

50 करोड़ से अधिक राशि की मिली स्वीकृति

डीआरएम ने कहा- सरायगढ़ और ललितग्राम में बायपास लाइन निर्माण की स्वीकृति

बायपास लाइन में नहीं जाने वाली ट्रेन सरायगढ़ और ललितग्राम स्टेशन जायेगी। दोनों बायपास निर्माण के लिए 50 करोड़ से अधिक राशि की स्वीकृति मिली है। समस्तीपुर मंडल के डीआरएम आलोक अग्रवाल ने कहा कि बिना इंजन रिवर्सल के ट्रेन सहरसा, दरभंगा और फारबिसगंज स्टेशन पहुंचे उसके लिए सरायगढ़ व ललितग्राम में बायपास लाइन का निर्माण किया जायेगा। बायपास लाइनों का निर्माण होने के बाद सरायगढ़ और ललितग्राम में इंजन रिवर्सल नहीं करना पड़ेगा। इससे यात्री ट्रेनों के परिचालन में समय की बचत होगी। मालगाड़ी को सीधे बायपास लाइन से गुजार दिया जायेगा।

SARAIGARH : झाझा से बैजनाथपुर अन्दौली तक बायपास लाइन बना जोड़ा जाएगा


LALIT GRAM : गैड़ा नदी से रानीपट्टी तक बायपास बना छातापुर हॉल्ट से जोड़ा जाएगा

इंजन रिवर्सल में लगने वाले समय बचेंगेः 

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दरअसल, अभी डेमू ट्रेनों का परिचालन होने के कारण सरायगढ़ और ललितग्राम में इंजन रिवर्सल करने की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन ट्रेन चालक को इन स्टेशनों पर पहुंचने के बाद अगले इंजन को छोड़कर पिछले इंजन में आना पड़ता है। इंजन बदलने के कारण अभी भी समय बर्बाद होता है। अगर इस रूट पर डेमू के अलावा कोई दूसरी ट्रेन चला दी जाय तो इंजन रिवर्सल की समस्या आयेगी। इंजन रिवर्सल के लिए 20 से 25 मिनट तक समय की बर्बादी होगी। बायपास लाइन बनने के बाद उस समय की बचत होगी।

यात्री और मालगाड़ी दोनों ट्रेन को सीधी आवाजाही की मिलेगी सुविधाः बायपास लाइनों के निर्माण से यात्री ट्रेन और मालगाड़ी सीधी आवाजाही कर सकेंगे। यात्री ट्रेन मालगाड़ी के कारण डिस्टर्ब नहीं होगा। डीआरएम ने कहा कि बायपास लाइन बनने के बाद मालगाड़ियों का परिचालन इस होकर ही सुनिश्चित किया जायेगा ।

भारत-नेपाल सीमा को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण पुल है सरायगढ़ में: भारत-नेपाल सीमा को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण पुल सरायगढ़ में स्थित है। कोसी नदी पर फैले 1.9 किलोमीटर लंबे रेलवे ब्रिज को 2020 में राष्ट्र को समर्पित किया गया था ।