PANDAUL: पंडौल के लोहट चीनी मिल रेललाइन स्क्रैप मामले में शनिवार - को कई नए खुलासे हुए। इसमें जांच अधिकारी मुकेश सिंह और एसआई श्रीनिवास की ओर से आरोपी को बचाने की बात सामने आई है।
रेल सुरक्षा कर्मी ही बेच दिया रेलवे की संपति
बता दें कि 24 जनवरी को एसएसई/पी-वे/सकरी के पंकज सिंह राज को सूचना मिली कि पंडौल रेलवे स्टेशन व लोहट चीनी मिल के मध्य फतेहपुर बेलाही गांव स्थित सरहद चौक आसपास पुरानी एमजी रेललाइन की पटरी को अज्ञात लोगों द्वारा काटा जा रहा है। इसके बाद दोपहर 3 बजे आरपीएफ को सूचित करते हुए वे घटनास्थल - पर पहुंचे जहां राहुल कुमार (23 वर्ष) ने रेललाइन को काटकर एकत्रित किया था। जब राहुल से अधिकार पत्र मांगा गया तो राहुल ने बताया कि वीवीएस कंपनी के मालिक वीरेन्द्र कुमार और सुपरवाइजर धीरज कुमार के निर्देश पर पटरी काटकर एकत्र किया जा रहा था।
स्थानीय लोगों की मदद से राहुल को रोका गया। इसी दौरान मुकेश कुमार सिंह - (एएसआई, मधुबनी) व श्री निवास कुमार (एसआई, झंझारपुर) दलबल के साथ पहुंचे। इसके बाद राहुल कुमार - को 23 अदद लाइन (लगभग 188 फीट) के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। आरपीएफ अधिकारी आरोपी को दरभंगा पोस्ट पर ले गए। पंकज कुमार राज के आवेदन पर पोस्ट कमांडर ब्रजेश कुमार ने 24 जनवरी 2023 को 4/S-3RP (4P) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। पोस्ट कमांडर ने जांच की जिम्मेदारी सअनि मुकेश कुमार सिंह को सौंपी।
सुरक्षा कर्मी हुआ निलंबित
मामले में जांच अधिकारी मुकेश कुमार - सिंह और अप्रत्यक्ष रूप से श्री निवास कुमार ने आरोपी समेत संबंधित कंपनी को लाभ देने व बचाव करने की मंशा से मदद करना चाहा। अधिकारियों ने एक उच्च स्तरीय टीम गठित कर दोनों अधिकारियों की गतिविधियों की जांच करवाई जिसमें साबित हुआ कि बचाव की सूचना सही है।
लोहट चीनी मिल से स्क्रैप चोरी होनी की जानकारी थी जिसमें कार्रवाई के दौरान इन दोनों कर्मी की संदिग्धता की बात सामने आई है। फिलहाल इन दोनों को निलंबित किया गया है। जांच टीम गठित की गई है। -एसजेए जानी, मंडल सुरक्षा आयुक्त, समस्तीपुर मंडल