दरभंगा सहरसा रेलखंड पर 130 की रफ्तार से दौड़ी इलेक्ट्रिक ट्रेन

Star Mithila News
0

JHANJHARPUR: दरभंगा सहरसा रेलखंड पर झंझारपुर होते हुए तमुरिया रेल रेल विद्युतकरण कार्य पूर्ण, जून 2023 तक सहरसा तक रेल विद्युतकरण कार्य पूर्ण होने की उम्मीद।  



समस्तीपुर डिवीजन का सबसे पिछड़ा इलाका सहरसा-फारबिसगंज रेल खंड

• शत-प्रतिशत विद्युतीकरण के लिए 169 किमी रेलखंड पर भी विद्युतीकरण करना होगा

• 2023 के अंत तक सुधरेगी स्थिति, पूर्ण हो जाएगा सभी रेल खंडों का विद्युतीकरण कार्य


सहरसा : रेल और सड़क आवागमन के मामले में अब भी कोसी का इलाका दूसरे क्षेत्र से पिछड़ा है। रेल संसाधन में भी यह पूर्व मध्य रेलवे का सबसे पिछड़े इलाके में गिना जा रहा है। पूर्व रेलवे द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि पूर्व मध्य रेलवे के पांच रेल डिवीजनों में से सबसे पिछड़ा इलाका समस्तीपुर डिवीजन के सहरसा से फारबिसगंज तक का इलाका है। जहां विद्युतीकरण का कार्य अभी भी लंबित है। जिसके कारण पूर्व मध्य रेलवे में अब तक मात्र 95% ही विद्युतीकरण का कार्य संभव हो सका है। उन्हें शत-प्रतिशत विद्युतीकरण कार्य के लिए 169 किलोमीटर के रेलखंड पर भी विद्युतीकरण करना होगा। जो अभी वंचित है। उनमें से 113 किलोमीटर के क्षेत्र सहरसा से फारबिसगंज के बीच का रेलखंड है। जहां विद्युतीकरण कार्य करना है। यानि पूर्व मध्य रेलवे का सबसे लंबा क्षेत्र सहरसा से फारबिसगंज के बीच विद्युतीकरण कार्य की शुरुआत हो चुकी है। जो इसी साल के अंत तक पूर्ण होगा। इसके बाद पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर डिविजन शत प्रतिशत विद्युतीकरण कार्य के अपने लक्ष्य को भी पूरा कर लेगा।

4125 किलोमीटर में से 3911 किमी का हो चुका है विद्युतीकरण


हाजीपुर जोन के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि पूर्व मध्य रेलवे के 4125 रूट किलोमीटर में से 3911 रूट किलोमीटर पर विद्युतीकृत हो चुका है। जिसमें पूर्व मध्य रेलवे के पांच रेल डिवीजनों में से दो रेल डिवीजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं सोनपुर मंडल शत-प्रतिशत विद्युतीकृत किए जा चुके हैं। जबकि धनबाद रेल मंडल में मात्र 10 रूट किलोमीटर और दानापुर रेल मंडल में मात्र 33 रूट किलोमीटर पर ही विद्युतीकरण किया जाना शेष है। बिजली से संचालित रेल इंजन ग्लोबल वार्मिंग को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी काफी सहायता देता है। गैर परंपरागत ऊर्जा को बढ़ा पर बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन देने से न केवल ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है। बल्कि जलवायु की भी रक्षा हो रही है वही इस साल के अंत तक सहरसा से फारबिसगंज के बीच बचे रेलखंड पर भी विद्युतीकरण कार्य संपन्न हो जाएगा। जिसके बाद कोसी इलाके में भी ट्रेनों की लेटलतीफी और माल ढुलाई में देरी की समस्या के समाधान का भी समाधान हो जाएगा।

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!
To Top