फारबिसगंज । समय के साथ फारबिसगंज-सहरसा रेलखंड पर अब जल्द ट्रेन दौड़ने लगेंगी। यही वजह है कि फारबिसगंज स्टेशन स्थित प्लेटफार्म संख्या दो का युद्ध स्तर पर निर्माण किया जा रहा है। फारबिसगंज-सहरसा रेलखंड पर चलने वाली ट्रेनों के लगने की समस्या के बीच जिस तरह से प्लेटफार्म संख्या दो को युद्ध स्तर पर तैयार किया जा रहा है इसके बाद स्टेशन की समस्या लगभग दूर हो चुकी है।
वाशिंग एप्रन सहित और अन्य निर्माण कार्य जारी
इतना ही नहीं ट्रेन के डिब्बों की साफ-सफाई सहित शौचालय आदि के इस्तेमाल के लिए आवश्यक पानी के लिए वाशिंग एप्रन भी बनकर तैयार कर दिया गया है। अब स्टेशन पर ट्रेनों में पानी की समस्या भी नहीं रहेगी क्योंकि वाशिंग एप्रन के माध्यम से मनचाहा पानी की प्राप्ति हो सकेगी। विगत महीने हुए सीआरएस निरीक्षण और हाल में इसी रेलवे समस्तीपुर के मंडल रेल प्रबंधक आलोक अग्रवाल द्वारा की गई घोषणा के बाद स्थानीय लोग काफी उत्साहित देखे जा सकते हैं। लोगों को लगता है कि अब वह दिन दूर नहीं जब फारबिसगंज से सहरसा एक बार फिर ट्रेन परिचालन होते देखा जाएगा।
वहीं प्लेटफार्म संख्या 02 के निर्माण के दौरान शुक्रवार को रेलवे से सरोकार रखने वाले समाजसेवी बच्छराज राखेचा, विनोद सरावगी, पवन मिश्रा, सुनील मिश्रा, राम कुमार भगत सहित अन्य लोगों ने निर्माण में इस्तेमाल हो रहे मैटेरियल्स का निरीक्षण किया । खासकर गिट्टी बालू सहित उपक्रम के उपयोग को बारीकी से देखा ताकि गुणवत्ता से समझौता ना हो और भविष्य में घटिया प्लेटफार्म का निर्माण भी ना हो। इसको लेकर इन लोगों ने निर्माण कंपनी के ठेकेदारों से भी बात की। ठेकेदारों ने ससमय बेहतर और गुणवत्तापूर्ण कार्य पूरा कराने का आश्वासन भी दिए।
2008 से ही वाधित है सहरसा फारबिसगंज रेलखंड
बता दें यूं तो विगत 2008 में आई कुसहा त्रासदी के समय से ही फारबिसगंज सहरसा रेलखंड पर ट्रेनों का आवागमन बाधित हो गया था। मगर 20 जनवरी 2012 से इस खंड पर आमान परिवर्तन के लिए मेगा ब्लॉक लिया गया था। अब मेगा ब्लॉक की अवधि भी सीआरएस निरीक्षण के साथ ही समाप्त हो गई । अब सिर्फ रेलवे बोर्ड अथवा मंत्रालय के द्वारा हरी झंडी का इंतजार है। जैसे ही बोर्ड से हरी झंडी मिली एक बार फारबिसगंज सहरसा रेलखंड पर ट्रेनें दौड़ने लगेंगी।