JHANJHARPUR: नवनिर्मित झंझारपुर-महरैल रेल लाइन का बुधवार को सीआरएस की मौजूदगी में स्पीड ट्रायल किया गया। 110 किमी की रफ्तार से स्पीड ट्रायल में स्पेशल ट्रेन का परिचालन कर जांच की गई।अधिकारियों ने अनुसार स्पीड ट्रायल सफल रहा है।
झंझारपुर से महरैल के बीच नई रेल लाइन का स्पीडी ट्रायल
निरीक्षण के बाद सीआरएस सुबोमोय मित्रा अपनी स्पेशल ट्रेन से झंझारपुर से महरैल के बीच नई रेल लाइन का स्पीडी ट्रायल किया। उनके साथ स्पेशल ट्रेन में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पी के गोयल, डीआरएम आलोक अग्रवाल के अलावा रेलवे के कई अधिकारी थे। झंझारपुर के पीडब्लूआई भीम मंडल ने बताया कि स्पेशल ट्रेन को 110 किमी की रफ्तार से दौड़ा कर देखा गया और सफल रहा है।
डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि निरीक्षण में मामूली खामियां पाई गई है, जिसे जल्द दूर किया जाएगा। उन्होने कहा कि अंडरपास और पुल पुलिया ठीक-ठाक बने हैं। सीआरएस ने सभी चीजों को देखा है। प्लेटफार्म की ऊंचाई के बाबत कुछ निर्देश मिले है। सीआरएस रिपोर्ट आते ही झंझारपुर लौकहा रेलखंड में महरैल स्टेशन तक यात्री गाड़ी का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। इधर, कुछ जगहों पर आम लोगों ने कुछ शिकायतें भी की थी। खासकर राम चौक समीप रेल गुमटी की चौड़ाई छोटी किए जाने को लेकर लोग काफी आक्रोशित थे। बाजार हाल्ट पर कनेक्टिविटी सड़क अधूरी रहने की भी शिकायत की गई। लोगों का कहना था कि झंझारपुर प्रवेश के मुख्य मार्ग राम चौक है। इसे इतना संकरा बना दिया जाने से बड़े वाहनों को आने में काफी कठिनाई होगी।
उक्त स्थल पर रेलवे अधिकारी रुके। सीआरएस ने लोगों को अपनी बातें कही। सीआरएस ने डीआरएम को कहने को कहा। पीछे चल रहे डीआरएम न आश्वासन दिया कि कुछ चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। कन्हौली सहित कुछ जगहों पर नए बसे मोहल्ले और पुराने मोहल्ले के लोगों ने रेल परिचालन शुरू होने के बाद मोहल्लों के बंद हुए रास्ते को लेकर अपना प्रतिवेदन दिया। डीआरएम ने जांच उपरांत वैकल्पिक मार्ग तलाशने का आश्वासन दिया।
सकरी-झंझारपुर-निर्र्मली-लौकहा रेल, साढ़े 9 बजे निरीक्षण शुरू
सकरी-झंझारपुर-निर्र्मली-लौकहा रेल परियोजना के तहत झंझारपुर और महरैल के बीच नव निर्मित बड़ी रेल लाइन का ईस्टर्न सर्किल के सीआरएस सुबोमोय मित्रा ने साढ़े 9 बजे निरीक्षण शुरू किया। निरीक्षण से पूर्व सीआरएस ने पूजा अर्चना की। वे पटना से अपनी स्पेशल ट्रेन से बुधवार को अहले सुबह करीब चार बजे ही झंझारपुर पंहुच गए थे। करीब चार घंटा वे अपने स्पेशल ट्रेन में ही रहे।
पहले ट्रेन में ही बैठकर नव नर्मिति झंझारपुर-महरैल रेल लाइन से जुड़े नक्शा व अन्य कागजातों का अध्ययन किया। इस दरम्यान उनके साथ हाजीपुर जोन के सीएओ पी के गोयल, समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएम अग्रवाल भी मौजूद थे। फिर करीब सबा आठ बजे वे लोग ट्रेन से निकल झंझारपुर स्टेशन के कंट्रोल रूम गए। वंहा मॉनीटर पर दर्शा रहे सग्निल, ट्रैफिक, लाइट, इमरजेंसी अलार्म काम कर रहा है या नहीं उसको बारी बारी जांचा। करीब पौने घंटा कंट्रोल रूम में रहे। इसके बाद सीआरएस स्टेशन के नीचे बने रिले रूम का भी जायजा लिया। इसके बाद झंझारपुर स्टेशन के रेल ट्रैक पर विधिवत पूजा अर्चना की और फीता काटा। पूजा के लिए पंडित को भी बुलाया गया था। फीता काटने के बाद करीब साढ़े 9 बजे ट्रॉली पर बैठ रेल लाइन का निरीक्षण करने निकले। इस निरीक्षण में 13 ट्रॉली एक साथ निकला। एक ट्रॉली पर सीआरएस, डीआरएम व सीएओ बैठे तथा अन्य ट्रॉली पर आरपीएफ व रेलवे के विभन्नि विभागों से जुड़े अधिकार व कर्मी बैठे हुए थे।
CRS के निरीक्षण के उपरांत पत्रकारों से बात के दौरान DRM ने बताया की लगभग एक महीने में इस रेलखंड पर दरभंगा से महरैल के बीच ट्रेन परिचालन की पूरी कोसिस रहेगी।