HASANPUR: करीब पांच दशक से लंबित मिथिलांचल की ड्रीम प्रोजेक्ट हसनपुर सकरी रेल परियोजना कुशेश्वर पक्षी बिहार के कारण करीब डेढ़ दशक से बंद पड़ा है। चालू वित्तीय वर्ष में इस प्रोजेक्ट के लिए बजट में 75 करोड़ फंड मिलने के बाद इस योजना पर युद्ध स्तर पर कार्य शुरू करने को लेकर मंडल स्तर पर प्लानिंग बना ली गई है।
वहीं पक्षी बिहार के कारण हर नगर से कुशेश्वरस्थान के बीच कार्य शुरू करने को लेकर रेलवे अधिकारी और वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के अधिकारियों के बीच इसी महीने हाई लेवल बैठक होने वाली है माना जा रहा है कि इस बैठक में रेल लाइन बिछाने के कार्य को अनुमति मिल जाएगी। डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि अभी हसनपुर से बिथान 11 किलोमीटर रेल सेवा शुरू करने को लेकर युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है सब ठीक-ठाक रहा तो मार्च के दूसरे सप्ताह में सीआरएस इस खंड का निरीक्षण कर सकते हैं। जिसके बाद अनुमति मिलने पर इस खंड पर ट्रेन सेवा शुरू कर दी जाएगी। साथ ही बिथान से आगे कौराही तक रेल लाइन बिछाने का कार्य शुरू किया जाएगा।
दिसंबर तक कुशेश्वरस्थान तक ट्रेन चलाने की योजना
बिथान- कौराही हल्ट के बीच कार्य पूरा कर कौराही-कुशेश्वरस्थान तक वर्ष 2023 के अंत तक रेलवे लाइन पहुंच जाएगी। गौरतलब है कि गत वर्ष में इस योजना को 5 करोड़ रुपए मिले थे। इस वर्ष 75 करोड़ मिले। राशि मिलने के बाद योजना में तेजी आयी है। इस योजना के पूरा होने पर मिथिलांचल के इस इलाके में विकास के द्वारा खुलेंगे वहीं, कोसी व मिथिलांचल की दूरी घट जाएगी। रेलवे लाइन से समस्तीपुर के अलावा खगड़िया व दरभंगा के लोगों को लाभ मिलेगा। उधर दक्षिण बिहार के लोगों को मिथिलांचल में आना होगा आसान।
50 साल से लोग इस खंड पर ट्रेन सेवा का कर रहे इंतजार
हसनपुर से बिथान के बीच ट्रेन सेवा शुरू करने के लिए रेल ट्रैक बिछाने का कार्य पूरा कर लिया गया है। दोनों स्टेशनों के बीच बलास्ट गिराने के लिए माल ट्रेन चलाया गया है। और युद्ध स्तर पर सिंगल और इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य किया जा रहा है यह कार्य अंतिम चरण में है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि मार्च के प्रथम सप्ताह तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। ताकि सीआरएस का निरीक्षण कराया जा सके। 50 सालों से लोग इस खंड पर ट्रेन सेवा शुरू करने का इंतजार कर रहे हैं।