DARBHANGA: सहरसा से फारबिसगंज और जोगबनी के बीच ब्रॉडगेज पर नई ट्रेन चलाने को लेकर वर्तमान में कई तकनीकी अड़चन आ रही है. नयी रूट और नयी ट्रेन पर सफर करने के लिए लोगों को अभी कुछ दिन और इंतजार करना पड़ सकता है. दरअसल, नरपतगंज से फारबिसगंज के बीच ब्रॉडगेज के नये ट्रैक पर रेलवे ट्रैक मजबूती के लिए ब्लास्ट गिराया जा रहा है. 

दो वैगन ब्लास्ट भेजा गया है. वहीं रेल सूत्रों की माने तो सहरसा से फारबिसगंज 112 किलोमीटर रेलखंड पर फिर से हाइ स्पीड और कम स्पीड से ट्रायल किया जायेगा. हालांकि ब्लास्ट गिरने के बाद हाई स्पीड ट्रायल किया जायेगा और रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी जायेगी. यहां बता दें कि 11 जनवरी 2023 को प्रतापगंज से फारबिसगंज के बीच सीआरएस किया गया था. बीते अप्रैल माह में रेलवे बोर्ड सहरसा से फारबिसगंज होकर जोगबनी तक नई ट्रेन चलाने की हरी झंडी दी.

रोजाना एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की रेलवे बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है.


सहरसा से चलेगी दो ट्रेन सहरसा से फारबिसगंज और जोगबनी के बीच ब्रॉड गेज रेल खंड पर रोजाना एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की रेलवे बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है. जिसकी पहले ही समय सारणी जारी की गयी है. इसके अलावा वर्तमान में सहरसा से ललित ग्राम जाने वाली पैसेंजर ट्रेन का भी विस्तार फारबिसगंज तक किया गया है. लेकिन अभी समय सारणी जारी नहीं की गयी है. इसके अलावा जोगबनी से फारबिसगंज, ललित ग्राम, सरायगढ़, आसनपुर, निर्मली, झंझारपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर के रास्ते दानापुर के बीच एक और एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की रेलवे बोर्ड ने हरी झंडी दी है. हालांकि दोनों ट्रेनों का समय सारणी जारी कर दी है. लेकिन ट्रेन परिचालन कब शुरू होगा, अभी संशय बना हुआ है.


11 जनवरी 2023 को किया गया था सीआरएस प्रतापगंज से फारबिसगंज के बीच सातवें चरण में 11 जनवरी 2023 को आमान परिवर्तन कार्य पूरा होने के बाद सीआरएस किया गया था. जिसके बाद कोसी और सीमांचल के लोगों को यह टकटकी लगी हुई थी कि कब सहरसा से फारबिसगंज के बीच ब्रॉडगेज पर ट्रेन का परिचालन शुरू होगा.


कॉशन पर चलाई जा सकती है एक्सप्रेस ट्रेन 

सहरसा से जोगबनी और जोगबनी से दानापुर के बीच एक्सप्रेस ट्रेन परिचालन शुरू हुआ तो सरायगढ़ से प्रतापगंज के बीच 22 किलोमीटर रेलखंड पर ब्रिज संख्या 9, 24, 36, 13, 33 और 41 पर फिलहाल कॉशन पर ही ट्रेन चलायी जायेगी. वर्तमान में जो पैसेंजर ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है, वह भी कॉशन पर ही चलायी जा रही है. उसी ब्रिज के समांतर नये मेजर ब्रिज का - निर्माण किया जा रहा है. 


सरायगढ़ से राघोपुर, ललितग्राम के बीच जब सीआरएस किया गया था तो उसके बाद सीआरएस ने इस सेक्शन पर सरायगढ़ से प्रतापगंज के बीच पुल की स्थिति देखते हुए यानी छह ब्रिज पर अस्थायी रूप से निर्धारित गति से ट्रेन चलाने की अनुमति दी थी. जिसके बाद ही सहरसा से ललितग्राम के बीच बड़ी रेल लाइन पर सिर्फ डीएमयू जैसी ट्रेन चलाने के लिए फिट दिया था. इस दौरान सीआरएस ने उसके समांतर 6 नई ब्रिज के निर्माण के लिए अनुशंसा भी कर दी थी.


नये और पुराने पुल पर भी होगा स्पीड ट्रायल 

रेल अधिकारियों की माने तो सरायगढ़ से प्रतापगंज के बीच जो 6 नये और पुराने रेलवे ब्रिज है उस पर ट्रेन का ट्रायल किया जायेगा. जिसके बाद ही दोनों ब्रिज पर कितनी स्पीड से ट्रेनों का परिचालन होगा, यह तय किया जायेगा.


पुराने ब्रिज पर ही जैकेटिंग कर रेलवे ने चला दी ब्रॉडगेज पर ट्रेन 

सरायगढ़ से प्रतापगंज के बीच रेलखंड पर 6 मेजर ब्रिज हैं. सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड पर अमान परिवर्तन के दौरान सरायगढ़ से प्रतापगंज के बीच पुराने मीटर गेज लाइन वाली ब्रिज पर फाउंडेशन में जैकेटिंग कर रेलवे ने ब्रॉड गेज लाइन को पूरा किया था. जब 2021 में सीआरएस किया गया था. निरीक्षण के दौरान सीआरएस ने वर्तमान पुल की स्थिति देखते हुए 40/70 कम स्पीड से इस ब्रिज पर फिलहाल ट्रेन चलाने की अनुमति दी थी. इसके समांतर ही 6 मेजर ब्रिज का निर्माण का सीआरएस ने अनुशंसा की गयी थी.

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