झंझारपुर: झंझारपुर लौकहा रेलखंड पर आमान परिवर्त्तन का कार्य पिछले 6 वर्षों से चल रहा है जिसमें पहले चरण में झंझारपुर से महरैल तक जिसकी दूरी 7 किमी है की सी आर एस के द्वारा निरीक्षण 22 फरवरी 2023 को ही कर ली गई है। आमान परिवर्त्तन के दूसरे चरण में महरैल स्टेशन से आगे चन्देश्वर स्थान रेलवे स्टेशन तक आमान परिवर्त्तन कार्य चल रहा है जिसकी दूरी 6 किमी है। जहां कल दिनांक 16.07.2023 को पहली बार 6 साल के बाद लाईट इंजन पहुंचने की उम्मीद है।
झंझारपुर पहुंची 48 डब्बे की मालगाड़ी
आपको बता दें महरैल से चन्देश्वर स्थान रेलवे स्टेशन के बीच एक मेजर ब्रीज संख्या 21 सी है जिसपर आज कार्य को अन्तिम स्वरूप दिया जा रहा है। इसी मेजर ब्रीज होकर पहली बार सबसे पहले महरैल से चन्देश्वर स्थान रेलवे स्टेशन तक एक लाईट इंजन से ट्रायल किया जाएगा । ट्रायल के बाद एक 48 डब्बे की लोडेड मालगाड़ी उस ब्रीज होकर आगे बढ़ेगी जो चन्देश्वर स्थान रेलवे स्टेशन पहुंचेगी । लोडेड मालगाड़ी झंझारपुर जं0 पर आज पहुंच चुकी है।
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ऐतीहासिक होगा कल का दिन
ज्ञात हो इस रेल का नेपाल अर्न्तराष्ट्रीय सीमा से सटे होने के कारण एक अलग ही महत्व है। सीमा से सटे होने के कारण नेपाल के लोगों को भी इस रूट पर ट्रेन के चलने से काफी फायदा होता है जिससे भारत और नेपाल के बीच बेटी रोटी का सम्बन्ध और गाढ़ा हो जाता है। इस रेलखंड पर 27 मार्च 2017 को मेगा ब्लौक लिया गया था उसके बाद से आमान परिवर्त्तन का कार्य चल रहा है । इस रूट की झंझारपुर से लौकहा बाजार तक कुल दूरी 42 किमी है। जिसमें कल 6 साल बाद 13 किमी की सफलतम मालगाड़ी की परिचालन शुरू कर दी जाएगी।
सांसद की मांग पर, रेल महाप्रबंधक ने दिया आश्वासन
ज्ञात हो विगत कई महिनों से झंझारपुर के सांसद माननीय रामप्रीत मंडल के द्वारा झंझारपुर लौकहा रेलखंड पर ट्रेन परिचालन की मांग की जा रही है जिसमें विगत 14 जुलाई को हुए मंडल के क्षेत्रांन्तर्गत संसदीय बैठक में सांसद रामप्रीत मंडल ने इस रूट पर ट्रेनों की परिचालन को लेकर काफी जोर सोर से मुद्दा को रखा जिसपर रेल महाप्रबंधक से आश्वासन मिला की अगले अक्टूबर माह तक खुटौना तक ट्रेन पहुंचाने की पूरी कोशिश है जिसको लेकर हम कल चन्देश्वर स्थान रेलवे स्टेशन तक का ट्रायल कर, आगे बचे कार्य को पूरा करने की कोशिश करेंगे।