देवघरः देवघर-डिब्रूगढ़ ट्रेन का रूट बदल दिया गया है. इससे पहले देवघर से दुमका, पाकुड़ और मालदा तक ट्रेन चलाने की मंजूरी दी गयी थी. मोहनपुर, हंसडीहा, भागलपुर, मुंगेर और कटिहार का रूट बदल दिया गया है. ट्रेन रामपुरहाट, पाकुड़ और मालदा नहीं जायेगी. गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मोहनपुर से हंसडीहा होते हुए ट्रेन चलाने का अनुरोध किया था. सांसद डॉ. दुबे के अनुसार इस रूट से ट्रेन परिचालन से देवघर और दुमका जिले के साथ-साथ गोड्डा जिले के यात्रियों को भी सुविधा होगी.

रेलवे की जांच रिपोर्ट के मुताबिक इस रूट से दो घंटे का समय बचेगा। मालदा-रामपुरहाट खंड सबसे महत्वपूर्ण माल ढुलाई मार्ग माना जाता है, जबकि इस मार्ग पर माल ढुलाई कम है। डिब्रूगढ़-मालदा-रामपुरहाट-देवघर के रास्ते चलने वाली ट्रेन को रामपुरहाट में इंजन रिवर्सल की आवश्यकता होगी, जो लाइन क्षमता के अलावा एक प्रमुख परिचालन बाधा है। इसे देखते हुए ट्रेन को वाया कटिहार-मुंगेर-भागलपुर-हंसडीहा-देवघर के रास्ते चलाना जरूरी समझा गया. इस रेलखंड पर इस ट्रेन को चलाने के लिए कोई इंजन रिवर्सल नहीं होगा।


ये होगा नया रूट


देवघर, मोहनपुर, हंसडीहा, मंदारहिल, सुल्तानगंज, भागलपुर, बरियारपुर, मुंगेर, खगड़िया, कटिहार, बारसोई, किशनगंज, न्यू जलपाईगुड़ी, न्यू कूचबिहार, कोकराझार, उत्तरी लक्खीपुर और डिब्रूगढ़।

देवघर-डिब्रूगढ़ ट्रेन का परिचालन हंसडीहा और भागलपुर रूट से किया जायेगा. यह मंदारहिल, भागलपुर और सुल्तानगंज के धार्मिक और पर्यटन स्थलों को भी जोड़ेगा। पर्यटन सर्किट जुड़ने से पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी। देवघर से डिब्रूगढ़ तक का सफर 22 घंटे में पूरा होगा. देवघर से मुंगेर, खगड़िया और कटिहार जाने के लिए किऊल में ट्रेन बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसी माह ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा।- डॉ. निशिकांत दुबे, सांसद, गोड्डा