PATNA: वंदे भारत ट्रेन जल्द ही टाटानगर से पटना तक चलेगी. 10 अगस्त से ट्रायल और 15 अगस्त से नियमित सेवा शुरू होने की उम्मीद है टाटानगर स्टेशन पर तैयारी चल रही है. वाशिंग लाइन नंबर एक पर ट्रेन के रखरखाव के लिए ट्रैक्शन वायर लगाए जा रहे हैं और 22 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक उपकरण भी लगाए गए हैं. हटिया के विशेषज्ञ कर्मचारी स्थानीय कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं।
अगस्त तक ट्रैक्शन वायरिंग का काम पूरा हो जाएगा
टाटानगर को वंदे भारत ट्रेनों के प्रमुख रखरखाव केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। वाशिंग लाइन नंबर एक में ट्रैक्शन वायर लगाने का काम अगस्त तक पूरा कर लिया जायेगा इससे चक्रधरपुर से ट्रेन के कोचों को धुलाई और मरम्मत के लिए टाटानगर लाया जा सकेगा। इसके बाद वंदे भारत कोच का ट्रायल शुरू होगा, जिसमें इसकी गति, सुरक्षा और आराम का परीक्षण किया जाएगा। ट्रायल सफल रहा तो अगस्त से पटना के लिए नियमित सेवाएं शुरू होने की उम्मीद हैवंदे भारत रखरखाव और सुरक्षा मानकों का प्रशिक्षण
टाटानगर कोचिंग डिपो के कर्मचारी हटिया में वंदे भारत की मेंटेनेंस ट्रेनिंग से लौट आये हैं. ये कर्मचारी अब दूसरे रेल कर्मचारियों को ट्रेनिंग देंगे. हटिया के कर्मचारी अब स्थानीय कर्मचारियों को ट्रेनिंग देंगे. प्रशिक्षण में कर्मचारियों को वंदे भारत ट्रेन के रखरखाव के लिए सभी तकनीकी और सुरक्षा मानकों का पालन करना सिखाया जाएगा।पटना से टाटानगर का सफर सिर्फ 6.30 घंटे में
रेलवे अधिकारियों का मानना है कि वंदे भारत ट्रेन से क्षेत्र में यातायात में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन के परिचालन से क्षेत्र में यातायात सुविधा बेहतर होगी और यात्रियों का समय बचेगा. अभी पटना से टाटानगर के बीच सफर में 10.30 से 11 घंटे का समय लगता है. वंदे भारत से यात्रा 6.30 से 7.00 घंटे में पूरी होगी.
PATNA: वंदे भारत ट्रेन जल्द ही टाटानगर से पटना तक चलेगी. 10 अगस्त से ट्रायल और 15 अगस्त से नियमित सेवा शुरू होने की उम्मीद है टाटानगर स्टेशन पर तैयारी चल रही है. वाशिंग लाइन नंबर एक पर ट्रेन के रखरखाव के लिए ट्रैक्शन वायर लगाए जा रहे हैं और 22 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक उपकरण भी लगाए गए हैं. हटिया के विशेषज्ञ कर्मचारी स्थानीय कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं।
अगस्त तक ट्रैक्शन वायरिंग का काम पूरा हो जाएगा
टाटानगर को वंदे भारत ट्रेनों के प्रमुख रखरखाव केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। वाशिंग लाइन नंबर एक में ट्रैक्शन वायर लगाने का काम अगस्त तक पूरा कर लिया जायेगा इससे चक्रधरपुर से ट्रेन के कोचों को धुलाई और मरम्मत के लिए टाटानगर लाया जा सकेगा। इसके बाद वंदे भारत कोच का ट्रायल शुरू होगा, जिसमें इसकी गति, सुरक्षा और आराम का परीक्षण किया जाएगा। ट्रायल सफल रहा तो अगस्त से पटना के लिए नियमित सेवाएं शुरू होने की उम्मीद है
वंदे भारत रखरखाव और सुरक्षा मानकों का प्रशिक्षण
टाटानगर कोचिंग डिपो के कर्मचारी हटिया में वंदे भारत की मेंटेनेंस ट्रेनिंग से लौट आये हैं. ये कर्मचारी अब दूसरे रेल कर्मचारियों को ट्रेनिंग देंगे. हटिया के कर्मचारी अब स्थानीय कर्मचारियों को ट्रेनिंग देंगे. प्रशिक्षण में कर्मचारियों को वंदे भारत ट्रेन के रखरखाव के लिए सभी तकनीकी और सुरक्षा मानकों का पालन करना सिखाया जाएगा।
पटना से टाटानगर का सफर सिर्फ 6.30 घंटे में
रेलवे अधिकारियों का मानना है कि वंदे भारत ट्रेन से क्षेत्र में यातायात में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन के परिचालन से क्षेत्र में यातायात सुविधा बेहतर होगी और यात्रियों का समय बचेगा. अभी पटना से टाटानगर के बीच सफर में 10.30 से 11 घंटे का समय लगता है. वंदे भारत से यात्रा 6.30 से 7.00 घंटे में पूरी होगी.